World TB Day 2021 : कोरोना वायरस की दस्तक से कम हुए टीबी के मरीज, जानें वजह
World TB Day 2021 केंद्र सरकार के देश को 2025 तक टीबीमुक्त करने के अभियान की तस्वीर साफ होने लगी है। राज्य में कोरोना के चलते एक साल में 20 से 25 फीसदी मरीज कम सामने आए।
जालंधर, [जगदीश कुमार]। कोरोना की दस्तक से टीबी के मरीजों की संख्या में तेजी से गिरावट दर्ज की गई। लाकडाउन और कर्फ्यू में लोग घरों में बंद रहे और मुंह पर मास्क पहनने से टीबी फैलने की दर में गिरावट आई। इससे केंद्र सरकार के देश को 2025 तक टीबीमुक्त करने के अभियान की तस्वीर साफ होने लगी है। राज्य में कोरोना के चलते एक साल में 20 से 25 फीसदी मरीज कम सामने आए।
जिला टीबी अधिकारी डा. राजीव शर्मा ने बताया कि कोरोना काल में निजी व सरकारी अस्पतालों में टीबी के नए मरीजों की संख्या काफी कम थी। लोग घरों से कम बाहर निकलते थे। जीवनशैली में सुधार हुआ। लोगों ने योग और व्यायाम के साथ आहार को खास अहमियत दी और सावकि भोजन ग्रहण किया। उसी का नतीजा है कि टीबी पर लगाम लगी। उन्होंने बताया कि मरीजों को कोरोना से बचाने के लिए एक-एक माह की दवाई एक साथ मुहैया करवा दी गई थी। मल्टी ड्रग रजिस्टेंस (एमडीआर) के मरीजों का भी ग्राफ गिरा।
स्टेट टीबी अधिकारी डा. जसतेज सिंह का कहना है कि हाल में हुए सर्वे में राज्य के तीन जिलों में बीस फीसदी टीबी मरीजों में कमी देखी गई। 2025 तक देश को टीबीमुक्त करवाने के लिए बेहतर इलाज व हाईटेक तकनीक से टेस्ट किया जा रहा है। मुफ्त दवा भी दी जा रही है। पंजाब में टीबी के सही व जल्दी जांच के लिए 22 जिलों और 2 प्राइवेट कालेजों में मशीनें स्थापित की गई हैं।
नवांशहर समेत राज्य के तीन जिलों को मिला कांस्य पदक
स्टेट टीबी अधिकारी डा. जसतेज सिंह का कहना है कि टीबी खात्मे को लेकर देश भर में केंद्र सरकार की ओर से बड़े स्तर पर सर्वे किया गया। देश के 72 जिले इसमें शामिल किए गए। 29 जिले अव्वल पाए गए। इनमें पंजाब के फतेहगढ़ साहिब, नवांशहर व कपूरथला में 20 फीसदी से ज्यादा टीबी मरीजों की कमी सामने आई। इन जिलों को विश्व टीबी दिवस पर दिल्ली में होने वाले समारोह में कांस्य पदक से नवाजा जाएगा।
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