कांग्रेसियों को घेरने निकले भाजपाई आपस में ही फंसे
विधायक सुशील रिकू की नगर निगम कमिश्नर को चेतावनी के बाद कांग्रेस के साथ-साथ भाजपा की राजनीति भी गर्मा गई है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : विधायक सुशील रिकू की नगर निगम कमिश्नर को चेतावनी के बाद कांग्रेस के साथ-साथ भाजपा की राजनीति भी गर्मा गई है। कांग्रेस को घेरने के लिए भाजपा की प्रेस कांफ्रेंस से भजापा के कई नेता ही नाराज हो गए हैं।
जिला भाजपा प्रधान सुशील शर्मा की मौजूदगी में पूर्व मंत्री मनोरंजन कालिया के घर पर हुई प्रेस कांफ्रेंस में कालिया के अलावा केडी भंडारी और मोहिदर भगत ही शामिल थे। इसमें पूर्व मेयर राकेश राठौर, पूर्व मेयर सुनील ज्योति, अनिल सच्चर व रमेश शर्मा समेत कई बड़े नेता नहीं बुलाए गए। ऐसे में कई वरिष्ठ नेताओं ने आपस में चर्चा की और पार्टी को कुछेक हाथों में ही रखने पर सवाल खड़े किए। इस दौरान संगठन पर सत्ता के हावी होने का मामला भी हाईकमान और संघ के समक्ष उठाने की बाती कही। वरिष्ठ नेता इस बात को लेकर नाराज हैं कि प्रेस कांफ्रेंस में सिर्फ वही लोग शामिल हुए, जो विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। कुछ नेता इस मामले में सार्वजनिक तौर पर सामने आना चाहते थे, लेकिन पार्टी अनुशासन को ध्यान में रखते हुए वे अभी सामने नहीं आए हैं। इतना जरूर है कि इन नेताओं ने आपस में चर्चा की है कि अगर पार्टी को ड्राइंग रूम पॉलिटिक्स के तहत चलाया गया तो कार्यकर्ता साथ नहीं जुड़ेंगे।
पूर्व प्रधान हाईकमान के समक्ष उठाएंगे मामला
इस मामले में पूर्व जिला भाजपा प्रधान ने तय किया है कि वे जालंधर की राजनीति में संगठन पर सत्ता के हावी होने का मामला हाईकमान के समक्ष उठाएंगे। उन्होंने कहा कि उनकी कई वरिष्ठ नेताओं से बात भी हुई है। जालंधर भाजपा में परिवारवाद और गिने चुने व्यक्तियों के काबिज रहने का मुद्दा भी उठाया जाएगा। इसके अलावा वे हाईकमान से नए लोगों को आगे लाने की मांग करेंगे।