बुकिंग के बाद भी खरीदना पड़ा नया टिकट, एयरफ्रांस को टिकट के पैसे लौटाने और 50 हजार हर्जाना देने के आदेश
एयरफ्रांस ने वरिंदर और जोगिंदर सिंह को पेरिस से यह कहकर टोरंटो भेजा कि वो वहां से वेंकूवर चले जाएंगे लेकिन वहां जाकर पता चला कि उनकी टोरंटों से वेंकुवर की टिकट नहीं थी।
जालंधर, जेएनएन। बैंक में कार्यरत दो दोस्तों को नया एयर टिकट खरीदने को मजबूर करने के मामले में जिला कंज्यूमर फोरम ने एयरफ्रांस को 50 हजार का हर्जाना चुकाने के आदेश दिए हैं। एयरफ्रांस ने उन्हें पेरिस से यह कहकर टोरंटो भेजा कि वो वहां से वेंकूवर चले जाएंगे लेकिन वहां जाकर पता चला कि उनकी टोरंटों से वेंकुवर की टिकट नहीं थी। नतीजा, वहां उन्हें नया टिकट खरीदने को मजबूर होना पड़ा। दोनों ने बाद में कंज्यूमर फोरम का दरवाजा खटखटाया। जहां से नोटिस जारी होने पर एयरफ्रांस ने फोरम में जवाब नहीं दिया। फोरम ने उन्हें टिकट के पैसे भी वापस लौटाने को कहा है।
जालंधर के पिंजौरी गार्डन के रहने वाले वरिंदर सिंह बांगड़ व होशियारपुर के अजीत नगर के जोगिंदर सिंह ने फोरम को उक्त शिकायत दी थी। वरिंदर ओरियंटल बैंक में असिस्टेंट मैनेजर हैं जबकि जोगिंदर मैनेजर हैं। दोनों ने छुट्टियों में वेंकूवर जाने की योजना बनाई। दोनों के पास मल्टीपल टूरिस्ट वीजा है। उन्होंने सेंट्रल टाउन स्थित ध्रुव हॉलिडेज से डेल्टा एयरलाइंज की 26 मार्च 2018 की टिकट ली। जो मुंबई के ट्रैवल बुकिंग एजेंट ने जारी की। उनका रूट 17 अप्रैल को दिल्ली से मुंबई और अगले दिन जेट एयरवेज से मुंबई से पेरिस और फिर एयरफ्रांस के जरिए पेरिस से वेंकूवर जाने की थी। तय शेड्यूल के मुताबिक जब वो पेरिस पहुंचे तो उन्हें कहा गया कि पेरिस से वेंकूवर वाली फ्लाइट रद हो गई है। इस बारे में उन्हें पहले कोई जानकारी नहीं दी गई थी।
इसके बाद एयरफ्रांस व डेल्टा एयरलाइंज ने उनके साथ कोई सहयोग नहीं किया। एयरफ्रांस के कर्मचारी छह घंटे के इंतजार के बाद भी दूसरी सीट का इंतजाम नहीं कर सके। अगले दिन उन्हें कहा गया कि पेरिस से सीधे वेंकूवर के लिए कोई फ्लाइट नहीं है। वो पेरिस से टोरंटो और फिर वेंकूवर जा सकते हैं। इसके बाद वो राजी हो गए लेकिन टोरंटो जाकर उन्हें फिर लाइन में लगना पड़ा, जहां पहले ही बहुत ज्यादा भीड़ थी। जब वो काउंटर पर पहुंचे तो पता चला कि वह फ्लाइट जा चुकी है। फिर एयर कनाडा ने दूसरी फ्लाइट के पास जारी कर दिए। जब वो फ्लाइट में जाने लगे तो उनके एयर कनाडा के स्टाफ ने उनकी टिकट पंच करते वक्त कहा कि उनके टिकट में कुछ गड़बड़ी है और उन्हें एक साइड खड़े होने के लिए कह दिया। जब तक सब स्पष्ट हुआ तो फ्लाइट फुल हो गई थी। इसके बाद फ्लाइट उनके सामान के साथ वेंकुवर चली गई। काफी देर बाद उन्हें कहा गया कि उनकी सीट सिर्फ टोरंटो तक ही कन्फर्म थी। उसके आगे के बारे में उनके सिस्टम में कोई जानकारी नहीं है। घंटों परेशान होने के बाद उन्होंने वेंकुवर के लिए नया टिकट खरीदा और वेंकुवर गए।
फोरम के नोटिस पर ध्रुव हॉलिडेज ने कहा कि वो सिर्फ एजेंट हैं। टिकट डेल्टा एयरलाइंज ने जारी की है और इसमें पता चलता है कि गलती एयर फ्रांस की है। उनका कोई कसूर नहीं है। जेट एयरवेज ने जवाब में कहा कि उनकी वजह से शिकायतकर्ताओं को कोई परेशानी नहीं हुई। डेल्टा एयरलाइंज ने कोई जवाब नहीं दिया। फोरम ने सुनवाई के बाद कहा कि शिकायतकर्ताओं को एयरफ्रांस की वजह से परेशानी उठानी पड़ी, इसी वजह से वो सुनवाई में भी नहीं आए। उन्होंने एयरफ्रांस को शिकायतकर्ताओं को टोरंटों में नई टिकट खरीदने के बदले दिए 1,07,455 रुपये लौटाने को कहा। इसके अलावा दोनों को 50 हजार रुपये का हर्जाना और 15 हजार का केस खर्च भी देने को कहा।
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