सुनील जाखड़ की मंजूरी न मिलने से नहीं बन पा रही जालंधर कांग्रेस की टीम
जिला कांग्रेस कमेटी शहरी की टीम अभी तक नहीं बन पाई है। बलदेव देव को जिला प्रधानगी संभाले करीब छह महीने हो गए हैं लेकिन अभी तक टीम तैयार नहीं है।
जेएनएन, जालंधर। जिला कांग्रेस कमेटी शहरी की टीम अभी तक नहीं बन पाई है। बलदेव सिंह देव को जिला प्रधानगी संभाले करीब छह महीने हो गए हैं, लेकिन अभी तक टीम तैयार नहीं है। पहले प्रधान विधायकों की लिस्ट को लेकर उलझे रहे और जब टीम तय करके मंजूरी के लिए पंजाब कांग्रेस प्रधान सुनील जाखड़ को भेजी तो जाखड़ लोकसभा चुनाव में व्यस्त हो गए। चुनाव में हार के बाद जाखड़ प्रधान पद से इस्तीफे की घोषणा कर चुके हैं। इस्तीफा अभी स्वीकार नहीं हुआ है, लेकिन जब तक इस पर निर्णय नहीं हो जाता जब तक पदाधिकारियों की लिस्ट फाइनल नहीं हो पाएगी।
कांग्रेस को लोकसभा में उठाना पड़ा नुकसान
जिला कांग्रेस कमेटी की टीम न होने के कारण लोकसभा चुनाव में कांग्रेसियों का उठाना पड़ा है। संगठन की कमी का असर वर्किंग पर पड़ा। बलदेव सिंह देव ने प्रधान बनने के बाद पुरानी टीम को भंग कर दिया था लेकिन नई टीम नहीं बना पाए। पार्टी के पास ऐसी कोई टीम नहीं थी जो घर-घर जाकर लोगों से पार्टी के मुद्दों पर चर्चा कर सकती और वोट के लिए प्रेरित करती। इस कारण से सभी हलकों में कांग्रेस का वोट बैंक बुरी तरह से गिरा है। जालंधर नॉर्थ और जालंधर सेंट्रल हलके में तो लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को ऐतिहासिक रूप से पिछड़ना पड़ा है। ऐसा शायद ही पहले कभी हुआ हो कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को अकाली दल के मुकाबले शहरी सीटों पर कम वोट मिले हों।
जिला प्रधान ने भेजी 80 पदाधिकारियों की लिस्ट
जिला कांग्रेस प्रधान बलदेव सिंह देव ने 80 पदाधिकारियों की लिस्ट पंजाब कांग्रेस प्रधान सुनील जाखड़ को मंजूरी के लिए भेजी है। यह लिस्ट लोकसभा चुनाव से पहले ही भेज दी गई थी लेकिन अभी तक इसे मंजूरी नहीं मिली है। जल्द ही मिलकर लिस्ट मंजूर करवा लेंगे।
विधायक सुशील रिंकू ने जिला टीम के लिए नहीं दिए नाम
जिला कांग्रेस की टीम के लिए प्रधान ने सभी विधायकों से नाम लिए थे। विधायक सुशील रिंकू को छोड़ कर सभी विधायकों ने प्रधान को पदाधिकारियों के नाम के लिए लिस्ट भेज दी थी। विधायक रिंकू ने निगम चुनाव में बलदेव सिंह की टिकट काटी थी। देव ने भी रिंकू के खिलाफ बयानबाजी की थी। तब से दोनों में मतभेद चले आ रहे हैं। रिंकू समर्थकों ने भी देव की प्रधानगी में टीम में शामिल होने से इंकार कर दिया था।
टीम ने होने से शहर में नुकसान हुआ : खैहरा
पंजाब कांग्रेस के सचिव गीत रतन खैहरा ने कि चुनाव से पहले पुरानी टीम को भंग नहीं किया जाना चाहिए था। बिना टीम के चुनाव कैसे लड़ा जा सकता है। टीम न होने से शहर में नुकसान हुआ। अब जल्द से जल्द टीम घोषित होनी चाहिए। जिम्मेवारी मिलने से पार्टी वर्करों में उत्साह आता है। अगर टीम होती तो सभी हलकों में अच्छी लीड मिलती।
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