मरीजों के मसीहा डॉ. हरभजन को नम आंखों से दी अंतिम विदाई
मरीजों के मसीहा रहे 101 साल के डॉ. हरभजन ¨सह को शहरवासियों ने नम आंखों से अंतिम विदाई दी। उनका अंतिम संस्कार रविवार को धार्मिक रीति रिवाज के साथ उदासीन आश्रम लाडोवाली रोड में किया गया।
जागरण संवाददाता, जालंधर: मरीजों के मसीहा कहलाने वाले 101 वर्षीय शहर के सबसे बुजुर्ग डॉक्टर हरभजन ¨सह को रविवार को शहरवासियों को नम आंखों से अंतिम विदाई दी। उनका अंतिम संस्कार धार्मिक रीति रिवाज से लाडोवाली रोड स्थित उदासीन आश्रम में किया गया। इस मौके पर शहर के गणमान्य लोगों ने उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। उनका रस्म चौथा मंगलवार को सुबह 7 बजे आश्रम में संपन्न होगा। श्रद्धांजलि समारोह 3 अगस्त को बाद दोपहर 12 से 2 बजे तक उदीसान आश्रम में संपन्न होगा।
रविवार को डॉ. हरभजन ¨सह को अंतिम विदाई देने से पहले संगत ने श्री जपुजी साहिब का पाठ और गुरु साहिब की अरदास की। इसके अलावा मनोहर ¨सह ने भी पाठ किया और डॉ. हरभजन ¨सह के जीवन पर विचार व्यक्त किए। इसके उपरांत हरि बोल मंदिर प्रताप बाग के केवल, राजेश शर्मा, रेवती रमन, नंद लाल व हरी प्रसाद ने कीर्तन कर डॉ. हरभजन ¨सह को श्रद्धांजलि दी। भजन कीर्तन करते हुए हरभजन ¨सह की शव यात्रा आश्रम के विभिन्न हिस्सों से होते हुए उदीसान आश्रम पहुंची। वहां पहुंचे लोगों ने हवन सामग्री भेंट कर उन्हें श्रद्धांजिल दी। डॉ. हरभजन ¨सह को मुखाग्नि उनके बेटे डॉ. गुरशरन ¨सह व ईश्वर ¨सह ने दी। उनकी पत्नी दयाल कौर, उनकी बेटियां जगदीश कौर व डॉ. रघुबीर कौर ने भी उन्हें अंतिम नमन किया।
इस मौके पर पूर्व मंत्री जय किशन सैनी, विधायक रा¨जदर बेरी, सुरिंदर सैनी, अलोक सोंधी, सुरिंदर मायर, डॉ. एमएस बवेजा, डॉ. एनएस बवेजा, डॉ. वीके वासुदेव, डॉ. तरुण वासुदेव, प्रो. रेशम ¨सह, प्रो. मधुरिमा करवल, मनोहर ¨सह, डॉ. चंद्र बोहरी, डॉ. अनुरुद्ध कपूर, डॉ. वीके वासुदेव, डॉ. तरुण वासुदेव, जसपाल ¨सह, सुरिंदर कौर, ¨प्रसिपल सुखदेव ¨सह, लक्की, जुनेजा ब्रदर्स, अमृत कौर, गुरचरण ¨सह सैनी, इकबाल ¨सह, पार्षद डौली सैनी , बलविन्दर विक्की चाचा रौनकी राम, हरकृष्ण ¨सह कालड़ा, सुधीर कपूर, प्रो. रीतिका चौधरी, डॉ. म¨नदर कौर के अलावा शहर के राजनीति, समाजिक व धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधि शामिल थे।