चार हजार किलोमीटर तय कर सिगापुर पहुंचे माउंट एवरेस्ट फतेह कर चुके कर्नल सरफराज
हॉकी ओलंपियन कर्नल रिटा. बलबीर सिंह के पुत्र कर्नल सरफराज ने 40 दिनों से भी कम समय में साइक्लिग करते हुए टीम के साथ सिगापुर पहुंचे।
जागरण संवाददाता, जालंधर
टीम में चार लोग, चार देश, चार समुंदर और चार हजार किलोमीटर। जालंधर की रेडियो कॉलोनी के मूल निवासी एवं हॉकी ओलंपियन कर्नल रिटा. बलबीर सिंह के पुत्र कर्नल सरफराज ने 40 दिनों से भी कम समय में साइक्लिग करते हुए सिगापुर पहुंच अपना लक्ष्य पूरा कर लिया है।
माउंट एवरेस्ट को फतेह कर चुके कर्नल सरफराज ने यह अभियान मणिपुर के कंगलाफोर्ट से शुरू किया था और 19वें दिन दो हजार किलोमीटर तय करते हुए बैंकाक पहुंचे थे। कर्नल सरफराज एवं उनकी टीम चार हजार किलोमीटर लंबे फासले को तय कर सिगापुर पहुंचने वाले संभवत: देश की पहली ऐसी टीम है और इसका जिक्र कर्नल सरफराज ने अपनी फेसबुक पर भी किया है।
इस टीम में कर्नल सरफराज के साथ सौरव, मिथुन एवं अमित शामिल थे। कर्नल सरफराज ने अपने इस साइकिल अभियान को अपने पिता ओलंपियन कर्नल बलबीर सिंह को समर्पित किया है, जिन्होंने 54 वर्ष पहले एशियन गेम्स में देश को स्वर्ण पदक दिलाया था। अभियान के दौरान बैंकाक पहुंचने पर टीम का स्वागत अंबेसडर सुचित्रा दुरई ने किया था।
अपने बेटे की एक और उपलब्धि पर गर्वित कर्नल रिटा. बलबीर सिंह ने कहा कि कर्नल सरफराज राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज आरआइएमसी देहरादून एवं नेशनल डिफेंस एकेडमी एनडीए के पासआउट भारतीय सेना में फोर्थ जनरेशन आफिसर हैं। भारतीय सेना की एलीट पैराशूट रेजिमेंट से संबंधित कर्नल सरफराज छह पैरा यूनिट को कमांड करने के अलावा विभिन्न रोमांचकारी अभियानों में शामिल रहे। वह पर्वतारोही, स्काइडाइवर, कॉमबेट फ्री फॉलर, रिवर राफ्टिग स्पेशलिस्ट एवं सर्टिफाइड स्कूबा रेस्क्यू डाइवर भी हैं।