अभी खत्म नहीं होंगी बस यात्रियों की मुश्किलें; हड़ताली कांट्रेक्ट वर्कर्स से नहीं मिले सीएम, डायरेक्टर ने रखी बड़ी शर्त
मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने भी मंगलवार को पंजाब रोडवेज पनबस एवं पीआरटीसी वर्कर्स यूनियन के प्रतिनिधिमंडल के साथ कोई बैठक नहीं की। परिवहन मंत्री अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग भी नहीं मिले। उधर कर्मचारी यूनियन ने हड़ताल जारी रखने का निर्णय लिया है।
मनुपाल शर्मा, जालंधर। बस स्टैंड पर यात्रियों की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं। पंजाब सरकार ने हड़ताल पर चल रहे पंजाब रोडवेज के कांट्रेक्ट मुलाजिमों के साथ कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। सरकार ने साफ संदेश दे दिया गया है कि जब तक हड़ताल नहीं खोली जाती, तब तक कोई बात नहीं की जाएगी। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने भी मंगलवार को पंजाब रोडवेज, पनबस एवं पीआरटीसी वर्कर्स यूनियन के प्रतिनिधिमंडल के साथ कोई बैठक नहीं की। परिवहन मंत्री अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग भी नहीं मिले। वहीं, डायरेक्टर स्टेट ट्रांसपोर्ट (डीएसटी) ने यूनियन के प्रतिनिधियों को यह संदेश दिया है कि पहले हड़ताल खत्म की जाए, फिर मुलाजिमों को रेगुलर करने संबंधी अगली कैबिनेट बैठक में कोई बात की जा सकती है।
पंजाब रोडवेज पनबस पीआरटीसी कांट्रेक्ट वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष रेशम सिंह गिल ने कहा कि परिवहन मंत्री समेत मुख्यमंत्री ने यह आश्वासन दिया था कि कैबिनेट बैठक के दौरान कांट्रेक्ट मुलाजिमों को रेगुलर करने संबंधी घोषणा कर दी जाएगी। बावजूद इसके सरकार अपने वादे पर पूरी नहीं उतरी। गिल ने कहा कि अब फिर से उन पर यह दबाव बनाया जा रहा है कि पहले हड़ताल खत्म करो, उसके बाद कैबिनेट कांट्रेक्ट मुलाजिमों को रेगुलर करने संबंधी बात होगी।
किसी भी सूरत में हड़ताल खत्म नहीं होगीः यूनियन
गिल ने दो टूक कहा कि किसी भी सूरत में हड़ताल खत्म नहीं की जाएगी। जब हड़ताल करने के बावजूद भी सरकार उन्हें रेगुलर नहीं कर रही है तो हड़ताल समाप्त करने पर तो कुछ भी संभव नहीं होगा। उन्होंने कहा कि बुधवार को खरड़ में प्रदेश स्तरीय धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। इसमें प्रदेश के तमाम डिपो से कांट्रेक्ट मुलाजिम हिस्सा लेंगे। कुछ मुलाजिमों को डिपो में ही हड़ताल जारी रखने के लिए छोड़ा जाएगा।
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