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डेरा सचखंड बल्लां में रात रुके मुख्यमंत्री चन्नी, आध्यात्मिक चर्चा हुई

यह पहला मौका है कि डेरा सचखंड बल्लां में किसी मुख्यमंत्री ने नाइट स्टे किया है। रविदासिया समाज में डेरा सचखंड बल्ला की बड़ी मान्यता है और पंजाब खास तौर पर दोआबा में डेरे के लाखों अनुयायी हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 28 Jan 2022 01:01 AM (IST)Updated: Fri, 28 Jan 2022 01:01 AM (IST)
डेरा सचखंड बल्लां में रात रुके मुख्यमंत्री चन्नी, आध्यात्मिक चर्चा हुई
डेरा सचखंड बल्लां में रात रुके मुख्यमंत्री चन्नी, आध्यात्मिक चर्चा हुई

जगजीत सिंह सुशांत, जालंधर

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मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी 25-26 जनवरी की रात डेरा सचखंड बल्लां में रहे हैं। 26 जनवरी की सुबह गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने से पहले 25 तारीख की रात को ही मुख्यमंत्री डेरा सचखंड बल्ला पहुंच गए थे। डेरा प्रमुख संत निरंजन दास जी महाराज से उन्होंने आशीर्वाद लिया और अध्यात्म पर बातचीत की। इस दौरान बड़ी गिनती में डेरा के अनुयायी भी मौजूद रहे। संभवत यह पहला मौका है कि डेरा सचखंड बल्लां में किसी मुख्यमंत्री ने नाइट स्टे किया है। रविदासिया समाज में डेरा सचखंड बल्ला की बड़ी मान्यता है और पंजाब खास तौर पर दोआबा में डेरे के लाखों अनुयायी हैं। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के इस नाइट स्टे को अनुसूचित जाति वर्ग के बड़े वोट बैंक से जोड़कर भी देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव में यह वोट कांग्रेस को बड़ा लाभ दे सकते हैं। दोआबा में रविदासिया समाज का वोट प्रतिशत करीब 35 है और यह किसी भी चुनावी नतीजे को प्रभावित करने की क्षमता रखता है। हालांकि मुख्यमंत्री ने डेरा सचखंड बल्लां के अपने इस कार्यक्रम को सार्वजनिक नहीं किया है लेकिन इसकी चर्चा धीरे-धीरे फैलने लगी है और इसका असर भी वोटरों पर पड़ना निश्चित है। डेरा सचखंड बल्ला के आधिकारिक फेसबुक पेज पर मुख्यमंत्री के डेरा पहुंचने और संत निरंजन दास जी महाराज से मिलने का वीडियो अपलोड किया है। डेरा बल्लां में पहुंचकर उन्होंने दरबार में माथा टेका, कीर्तन सुना और डेरा के इतिहास की जानकारी ली। चन्नी सीएम बनने के बाद कई बार आ चुके डेरा

मुख्यमंत्री चन्नी डेरा सचखंड बल्ला में पिछले समय के दौरान कई बार आए हैं और डेरा प्रमुख से आशीर्वाद लेकर आध्यात्मिक विचार साझा करते रहे हैं। जालंधर में करतारपुर, आदमपुर, फिल्लौर, जालंधर वेस्ट सीटें अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित हैं जबकि अन्य 5 सीटों जालंधर सेंट्रल, जालंधर नार्थ, जालंधर कैंट, नकोदर और शाहकोट में भी अनुसूचित जाति वर्ग खासतौर पर रविदासिया वर्ग के वोट चुनावी नतीजे प्रभावित करने में सक्षम है। होशियारपुर, कपूरथला और नवांशहर जिला की सीटों पर भी डेरा का बड़ा प्रभाव है।

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दौरे को हसंराज हंस ने बताया राजनीतिक स्टंट

भाजपा के सांसद व गायक हंसराज हंस ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के डेरों के दौरों को राजनीतिक स्टंट बताया है। उनका कहना है कि चुनाव के समय ही डेरों की याद क्यों आ रही है। हंसराज हंस ने कहा कि चुनाव आए तो डेरे याद आ रहे हैं। राजनीतिक स्टंट से कांग्रेस को कोई फायदा नहीं मिल पाएगा। लोगों को सब पता है और इसका इसका नतीजा चुनाव में नजर आ जाएगा।


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