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शरीर से ज्यादा दिल पर गहरे जख्म दे रही है चाइनीज डोर, दर्जनों लोग आज भी सह रहे दर्द Jalandhar News

इस मामले में पुलिस की कार्रवाई भी सवालों के घेरे में है। प्रतिबंध के बावजूद पुलिस इनकी बिक्री पर रोक लगाने में सफल नहीं हो पा रही है।

By Vikas KumarEdited By: Published: Wed, 08 Jan 2020 09:04 AM (IST)Updated: Wed, 08 Jan 2020 09:04 AM (IST)
शरीर से ज्यादा दिल पर गहरे जख्म दे रही है चाइनीज डोर, दर्जनों लोग आज भी सह रहे दर्द Jalandhar News
शरीर से ज्यादा दिल पर गहरे जख्म दे रही है चाइनीज डोर, दर्जनों लोग आज भी सह रहे दर्द Jalandhar News

जालंधर [सुक्रांत]। चाइनीज डोर को खरीदने वाले अपने शौक और बेचने वाले चंद रुपयों के लिए दूसरों की जिंदगी को दांव पर लगा रहे हैं। यह जाने बगैर कि चाइनीज डोर शरीर से ज्यादा दिल पर गहरे जख्म दे रही है। यह डोर शहर में 11 वर्षीय बच्चे की जिंगदी को लील चुकी है और पांच साल में दर्जनों लोग आज भी इस डोर से मिले जख्म को सह रहे हैं।

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जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन भले ही दावा कर रहा है कि चाइनीज डोर पर बैन है लेकिन बाजार में इसकी बिक्री धड़ल्ले से हो रही है। एक तरफ इस डोर से जख्मी हो चुके लोग दूसरों को इसका इस्तेमाल न करने की अपील कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग इस अपील की अनदेखी कर न केवल अपनी बल्कि दूसरों की जान से खिलवाड़ करने से नहीं चूक रहे। यही नहीं इस मामले में पुलिस की कार्रवाई भी सवालों के घेरे में है। प्रतिबंध के बावजूद पुलिस इनकी बिक्री पर रोक लगाने में सफल नहीं हो पा रही है।

चाइनीज डोर के शिकार

साल   जख्मी लोग

2017   12

2018   16

2019   9

माता पिता को जिंदगी भर रुलाएगा परमजीत को चाइनीज डोर देना

वर्ष 2017 में जालंधर के लम्मा पिंड चौक के पास रहने वाले दिहाड़ीदार दिव्यांग निर्मल कुमार और उसकी पत्नी जिंदगी भर पछतावा रहेगा कि उन्होंने अपने 11 साल के बेटे परमजीत कुमार को चाइनीज डोर से पतंग क्यों उड़ाने दी। परमजीत छत पर पतंग उड़ा रहा था कि डोर के हाईवोल्टेज तार से छूने पर उसमें करंट आ गया। करंट से परमजीत को जोर का झटका लगा और वो छत से नीचे आ गिरा। उसके सिर में गहरी चोट आई जिससे उसकी मौत हो गई।

मफलर दे गया जिंदगी...

राजनगर में रहने वाले हरदीप सिंह बब्बू का मफलर उसे जिंगदी दे गया वर्ना चाइनीज डोर ने उसकी जान ले ली थी। बब्बू की पत्नी गगनदीप कौर ने बताया कि 2017 में उसके पति अपने दोस्त के साथ बाइक पर जा रहे थे कि रास्ते में लटक रही चाइनीज डोर उनके गल में फंस गए। डोर ने मफलर को पूरा काटने के बाद उनके गले को बुरी तरह काट दिया। शुक्र है कि मफलर पहना हुआ था नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था।

घटना को याद कर मां की आंखों से आज भी छलक पड़ते हैं आंसू

न्यू दयोल नगर निवासी प्रेम भल्ला की आंखें आज भी बेटे प्रदीप भल्ला को चाइनीज डोर की वजह से मिले जख्मों को याद कर नम हो जाती हैं। उन्होंने बताया कि उनका बेटा प्रदीप अपने दोस्त बब्बू के साथ बाइक पर जा रहा था। प्रदीप बाइक चला रहा था कि अचानक चाइनीज डोर उनके आगे आ गई और बब्बू के गले से लिपट गई। उसने बब्बू को बचाने के लिए हाथ से डोर पकड़ी तो उसमें करंट सा लगा और हाथ चीर गई।

चाइनीज डोर देख कर लगता है डर...

गदईपुर में रहने वाले वंश को चाइनीज डोर देखकर आज भी डर लगता है। 2018 में शनिवार को छत पर पतंग उड़ा रहा था। उसके एक पड़ोसी ने पास से निकल रही चाइनीज डोर को पकड़कर खींचा तो वह वंश के गले को चीर गई। 

बिजली की तार से टकराते ही आ जाता है करंट

चाइनीज डोर बिजली की तार से जैसे ही टकराती है तो उसमें करंट आ जाता है। प्लास्टिक की महीन तार पर लोहे का बरूदा लगा होने की वजह से पूरी डोर में करंट आ जाता है। इस दौरान जो भी इस डोर को पकड़ता है उसे करंट लग जाता है। पिछले दो सालों में कई बच्चों को इस प्लास्टिक के धागे की वजह से करंट लग चुका है।


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