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वायु सेना प्रमुख धनोआ ने कहा- राफेल डील सही, कोई विवाद नहीं

वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने कहा कि राफेल के साथ लड़ाकू विमानों की डील सही है। वायु सेना इस पर आगे बढ़ रही है।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Thu, 16 Nov 2017 08:41 PM (IST)Updated: Thu, 16 Nov 2017 08:42 PM (IST)
वायु सेना प्रमुख धनोआ ने कहा- राफेल डील सही, कोई विवाद नहीं
वायु सेना प्रमुख धनोआ ने कहा- राफेल डील सही, कोई विवाद नहीं

जेएनएन, जालंधर। वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने फ्रांस की कंपनी डसॉल्ट राफेल के साथ लड़ाकू विमानों की डील को सही बताया है। उन्होंने कहा कि राफेल डील पर किसी तरह का विवाद नहीं है। वायु सेना इस पर आगे बढ़ रही है। वायु सेना प्रमुख का यह वक्तव्य उस समय आया है जब कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान राफेल डील को लेकर केंद्र पर वार कर रहे हैं।

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वायु सेना प्रमुख वीरवार को आदमपुर एयरफोर्स स्टेशन पर प्रेसीडेंट स्टैंडर्ड अवॉर्ड समारोह के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। राफेल डील का बजट 520 करोड़ रुपये था तो फिर करार 1577 करोड़ का कैसे हो गया, के सवाल पर धनोआ बोले- इसका जवाब मेरे पास नहीं है। जब उनसे पूछा गया कि पहले यह डील ङ्क्षहदुस्तान एयरोनोटिक्स लिमिटेड के जरिए हो रही थी, जिसने धु्रव जैसे विमान तैयार किए हैं लेकिन अब रिलांयस के जरिये हो रही है तो वे बोले, इस सवाल का भी मेरे पास कोई जवाब नहीं है। 

वायुसेना तेजस के साथ, कोई कंट्रोवर्सी नहीं

लड़ाकू विमान तेजस पर उठ रहे सवालों पर धनोआ ने कहा कि एयरफोर्स पूरी तरह से तेजस के पीछे खड़ी है। इस पर किसी तरह की कंट्रोवर्सी नहीं है। उन्होंने बताया कि 2006 में 20 तेजस एयरक्राफ्ट की डील हुई थी। डिलीवरी 2009 तक होनी थी लेकिन यह समय पर नहीं हो पाई। इसके बाद 2011 में 20 और एयरक्राफ्ट की डील हुई थी, जिसकी डिलीवरी 2014 तक होनी थी। यह भी समय पर नहीं हो सकी है। अब तक पांच एयरक्राफ्ट वायु सेना को मिले हैं। इस पर काम जारी है, यह देश के लिए सही है।

मिग-23, मिग-27 हटने पर 31 स्क्वाड्रन ही बचेंगे

एयर चीफ मार्शल ने बताया कि सेना के पास 44 स्क्वाड्रन मंजूर है। मौजूदा समय में 33 स्क्वाड्रन हैं। पुराने हो चुके मिग-21 को सेना से हटाया जा चुका है। मिग-23 और मिग-27 को भी लगभग हटाया ही जा चुका है। इनके पूरी तरह हटने से स्क्वाड्रन की संख्या 31 रह जाएगी। समय-समय पर काम हो रहा है। जरूरत के अनुसार स्क्वाड्रन की संख्या बढ़ती रहेगी।

हम चीन से कम नहीं

चीन की एयरफोर्स के मुकाबले आप इंडियन एयरफोर्स को कहां आंकते हैं, सवाल के जवाब में धनोआ ने कहा, हम किसी से कम नहीं हैं, किसी भी स्थिति से निपटने के लिए हर समय तैयार हैं।

सिविल एयरपोर्ट के लिए हरसंभव सहयोग देगी एयरफोर्स

धनोआ ने कहा कि एयरफोर्स स्टेशनों के साथ सिविल एयरपोर्ट जोडऩे को लेकर नेशनल पॉलिसी बन चुकी है। आदमपुर सहित जहां भी सिविल एयरपोर्ट की जरूरत है, एयरफोर्स हरसंभव सहयोग कर रही है।

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