पीएपी फ्लाईओवर के नीचे से गुजरेगा ट्रैफिक, इस रास्ते का इस्तेमाल करें वाहन चालक
अमृतसर की तरफ से शहर में प्रवेश करने वाला ट्रैफिक अब पीएपी के निर्माणाधीन फ्लाईओवर के नीचे से होकर गुजरेगा।
मनुपाल शर्मा, जालंधर-अमृतसर की तरफ से शहर में प्रवेश करने वाला ट्रैफिक अब पीएपी के निर्माणाधीन फ्लाईओवर के नीचे से होकर गुजरेगा। अमृतसर की तरफ से आता हुआ ट्रैफिक पीएपी रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) से उतरते ही बाईं तरफ बनाई गई सर्विस लेन पर डायवर्ट होगा और वहां से एचडीएफसी बैंक के बाहर से होता हुआ निर्माणाधीन फ्लाईओवर के नीचे पहुंचेगा और वहां से दाईं तरफ होकर ट्रैफिक लाइट्स पर पहुंचेगा। इसी सर्विस रोड से अमृतसर की तरफ से आने वाला ट्रैफिक निर्माणाधीन पीएपी फ्लाईओवर के नीचे मुडऩे की बजाए सर्विस लेन पर ही सीधा फगवाड़ा की तरफ निकल जाएगा। जालंधर पानीपत सिक्स लेन हाईवे का निर्माण कर रही कंपनी की तरफ से बीते 2 दिन से पीएपी चौक पर सर्विस लेन को दुरुस्त करने और सड़क चौड़ा करने का काम किया जा रहा था, जिसे सोमवार शाम को निपटा लिया गया। संभवत मंगलवार से ट्रैफिक को नए प्रबंध के मुताबिक डायवर्ट कर दिया जाएगा। इसी तरह से जालंधर से अमृतसर की तरफ जाने वाले ट्रैफिक को ब्लॉक के बाई तरफ सर्विस लेन से होकर आरोपी तक जाना होगा और वहां से ट्रैफिक को आरोपी के ऊपर डायवर्ट किया जाएगा
कंपनी की तरफ से किए गए काम और की जाने वाली डायवर्जन को देखने के लिए डिप्टी कमिश्नर वीके शर्मा भी सोमवार को साइट का विजिट करने वाले थे, लेकिन ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों ने ही मौके का जायजा लिया। ट्रैफिक डायवर्ट करने के बाद निर्माणाधीन पीएपी फ्लाईओवर अमृतसर की तरफ उतरने वाली अप्रोच रोड को पीएपी आरओबी के साथ जोडऩे का काम शुरू होगा।
फ्लाईओवर निर्माण कंप्लीट होते ही शुरू होगी भारी समस्याएं
शहरवासी जिस पीएपी फ्लाईओवर के कंप्लीट होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, शायद उन्हें इस बात का आभास नहीं है कि पीएपी फ्लाईओवर एवं पीएपी आरओबी के आपस में जुड़ते ही ट्रैफिक की भारी समस्याएं उत्पन्न हो जाएंगी। वजह यह है कि सिक्स लेन हाईवे पर नया बनाया गया फ्लाईओवर सिक्स लेन है लेकिन जिस पीएपी आरओबी के साथ जोड़ा जाना है। वह फोरलेन ही है। लुधियाना की तरफ से भारी रफ्तार में आने वाला ट्रैफिक पीएपी पीएपी आरओबी पर उतरेगा तो एकदम सड़क संकरी हो जाएगी और वाहनों की आपस में टकराने की आशंका बनी रहेगी। मौजूदा समय में भी आरओबी पर जगह तंग होने की वजह से हादसे हो रहे हैं। यह ऐसी समस्या होगी, जिसे तत्काल प्रभाव से निपटा भी नहीं जा सकेगा। अगर फोर लेन आरओबी को सिक्स लेन में बदलना होगा तो उसके लिए रेलवे से भी अनुमति लेनी जरूरी होगी।