जालंधर में छूट मिलने से बाजारों में लौटी रौनक, जिम हुए गुलजार; मल्टीप्लेक्स संचालक असमंजस में
जालंधर में बुधवार से दुकानें खोलने का समय रात आठ बजे तक करने के बाद बाजारों में रौनक लौट आई है। करीब दो महीने बाद लोगों में जिम में पसीने बहाए।बंद होने के कगार पर आ खड़ी हुई होटल व रेस्टोरेंट इंडस्ट्री को भी उम्मीद जगी है।
जालंधर, जेएनएन। बुधवार से जिले की दुकानें खोलने का समय रात आठ बजे तक करने के बाद बाजारों में रौनक लौट आई है। जिम भी गुलजार हो गए हैं। करीब दो महीने बाद लोगों में जिम में पसीने बहाए। इसके साथ ही केवल टेक अवे व डिलीवरी तक सीमित होकर बंद होने के कगार पर आ खड़ी हुई होटल व रेस्टोरेंट इंडस्ट्री को भी उम्मीद जगी है। हालांकि, पहले दिन शहर के होटल व रेस्टोरेंट में खासी रौनक नहीं दिखी। राहत के पहले दिन शहर के कई बाजारों में पुलिस को रात आठ बजे के बाद जबरन दुकानें बंद करवानी पड़ी।
राहत मिलने के बाद भी जिले का सिनेमा उद्योग उदास है। कारण, नई मूवी के रिलीज न होने से उन्हें फिलहाल दर्शकों की आमद की कोई आस नहीं है। यही कारण है कि 50 प्रतिशत दर्शकों के साथ मल्टीप्लेक्स व सिनेमाघर खोलने की इजाजत देने के बाद भी संचालक इसके लिए तैयार नहीं हैं। इस बारे में सरब मल्टीप्लेक्स के मैनेजर मुकेश कुमार बताते हैं कि मल्टीप्लेक्स खोलने से पहले उसे पूरी तरह से सैनिटाइज करने, दर्शकों को एक सीट छोड़कर बिठाने, फूड कोर्ट में सरकारी गाइडलाइंस को लागू करने व टिकट वितरण को लेकर प्लान किया जाना है। शुक्रवार को मल्टीप्लेक्स को सैनिटाइज किया जाएगा। इसी तरह पीवीआर व क्यूरो मॉल स्थित पीवीआर में चलाए जा रहे मल्टीप्लेक्स भी पहले दिन बंद ही रखे गए।
जिम में आए 20 फीसद लोग
पहले दिन जिले के जिम में बीस प्रतिशत ही लोग एक्सरसाइज करने पहुंचे। हालांकि, जिम संचालकों को जल्द ही ग्राहक बढऩे की उम्मीद है। जिम संचालकों ने पहले ही सदस्यों को टाइम स्लाट दिया हुआ था। उसी समय में सदस्य जिम करने के लिए पहुंचे। संचालक पहले ही जिम में सरकार द्वारा कोरोना को लेकर दी गई गाइडलाइन का पालन कर रहे हैं। संचालकों ने जिम खोलने से एक दिन पहले सैनिटाइज कर दिया था। सदस्यों को जिम में प्रवेश करने से पहले शरीर के तापमान को चेक किया गया। जालंधर जिम वेलफेयर सोसायटी के चेयरमैन सुमित शर्मा ने कहा कि जिम में सदस्यों की क्षमता बीस प्रतिशत रही।
व्यापारी बोले-समय बढ़ा, लेकिन ग्राहक नहीं
प्रशासन द्वारा जरूरी के साथ-साथ गैर जरूरी वस्तुओं की दुकानें भी रात आठ बजे तक खोलने की छूट देने के बाद भी बाजारों में ग्राहकों की कमी को लेकर व्यापारी चिंतित है। कपड़ा कारोबारी ऋषभ सोनी बताते है कि इन दिनों वेडिंग व फेस्टिवस सीजन न होने के चलते बुधवार को बाजारों में खरीदार कम आए। व्यापारी सुरजीत ङ्क्षसह व सुरिंदर मदान बताते हैं कि लोग केवल जरूरी वस्तुओं की खरीद करने पर ही फोकस कर रहे हैं। कपड़े, शूज, होम डेकोर व ड्रेस को लेकर अभी खरीदारों में खासा रुझान नहीं है।
होटल इंडस्ट्री की चिंता बरकरार
जिला प्रशासन द्वारा होटल व रेस्टोरेंट खोल दिए गए हैं, लेकिन पहले दिन ही यहां पर लंच व डिनर करने के लिए कोई नहीं पहुंचा। होटल संचालकों का कहना है कि दो महीने होटल बंद होने से कारोबार न के बराबर रहा गया था। आने वाले दिनों में लोग होटल व रेस्टोरेंट का रुख करेंगे। फिलहाल कोरोना के डर से लोग होटल आने से कतरा रहे हैं। उपर से रात आठ बजे होटल बंद करने का समय भी कारोबार में बाधा बना हुआ है। संचालकों का कहना है कि होटल बंद करने का समय रात दस बजे तक होना चाहिए। होटल व रेस्टोरेंट एसोसिएशन के सदस्य श्रीरूप चौधरी ने कहा कि होटल द माया में पहले दिन लोग नहीं पहुचे। हालांकि, होटल को रोजाना सैनिटाइज करना सुनिश्चित किया गया है।