छात्राें काे मिलेगी राहत, सीबीएसई ने सर्टिफिकेट में संशोधन के लिए दिया एक साल का समय
सीबीएसई की ओर से कोरोना के कारण 10वीं और 12वीं के सर्टिफिकेट ऑनलाइन ही जारी किए गए हैं।बोर्ड द्वारा सीबीएसई से मान्यता प्राप्त स्कूलों के प्रिंसिपलों को हिदायतें जारी की हैं।
जालंधर, अंकित शर्मा। सीबीएसई की ओर से कोरोना के कारण 10वीं और 12वीं के सर्टिफिकेट ऑनलाइन ही जारी किए गए हैं। अगर किसी के सर्टिफिकेट में को गलती हुई है तो बोर्ड ने उसमें सुधार करवाने का मौका दिया है। नाम, जन्मतिथि, पिता का नाम, स्कूल के नाम में संशोधन के लिए आवेदन किया जा सकता है।
बोर्ड का तर्क है कि यूं तो विद्यार्थियों को सर्टिफिकेट मिलने पर गलतियों को अहसास नहीं रहता। वे छोटी-छोटी गलतियों को नजर अंदाज कर देते हैं, जिसका खामियाजा उन्हें बाद में भुगतना पड़ता है। ऐसे में कोरोना काल में दिए सर्टिफिकेट की गलतियां सुधारने के लिए एक साल का समय दिया जा रहा है, जो जुलाई 2021 तक बनता है। बोर्ड द्वारा सीबीएसई से मान्यता प्राप्त व एफिलिएटेड स्कूलों के प्रिंसिपलों को हिदायतें जारी कर दी गई है।
डिजीलॉकर में अपलोड किए थे सर्टिफिकेट
अभी तक सीबीएसई द्वारा हार्ड कॉपी भेजी जाती थी, जिसमें संशोधन के लिए बोर्ड दफ्तर के कई चक्कर लगाने पड़ते थे। इस बार कोरोना के कारण बोर्ड ने रिजल्ट जारी करने के साथ ही डिजीलॉकर में ऑनलाइन सर्टिफिकेट कम मार्कशीट अपलोड कर दी। विद्यार्थियों को वहीं से सर्टिफिकेट डाउनलोड करने के लिए कह दिया था।
केएमवी की साक्षी एमए हिंदी-2 में प्रथम
केएमवी का एमए हिंदी सेमेस्टर-दो का नतीजा शानदार रहा। छात्रा साक्षी ने 400 में से 308 अंक लेकर पहला, ज्योति ने 306 अंकों से दूसरा, विजयलक्ष्मी ने 295 अंकों से तीसरा स्थान हासिल किया। प्रिंसिपल प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने छात्राओं की मेहनत को सराहा और उन्हें भविष्य में भी कड़ा परिश्रम कर बेहतर नतीजा लाने के लिए प्रोत्साहित किया।