पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी घटी तो भी घाटे में रहेगी कैप्टन सरकार
मनुपाल शर्मा, जालंधर:अगर केंद्र ने पैट्रोल के बेसिक मूल्य पर लगाई जाने वाली एक्साइज ड्यूटी घटा कर जनता को राहत देने की कोशिश की तो भी वैट को लेकर बाजिद नजर आ रही पंजाब सरकार के खजाने को चपत लगना तय ही है।
मनुपाल शर्मा, जालंधर:अगर केंद्र ने पेट्रोल के बेसिक मूल्य पर लगाई जाने वाली एक्साइज ड्यूटी घटा कर जनता को राहत देने की कोशिश की तो भी वैट को लेकर बाजिद नजर आ रही पंजाब सरकार के खजाने को चपत लगना तय ही है। पंजाब केंद्र की तरफ से पेट्रोल पर लगाई जाने वाली एक्साइज ड्यूटी के ऊपर 35.25 फीसद वैट वसूलता है। अगर केंद्र एक्साइज ड्यूटी ही कम कर देगा तो उस पर पंजाब का वैट कलैक्शन भी कम हो जाएगा। पहले ही पंजाब में पड़ोसी राज्यों की तुलना में वैट की दर ज्यादा होने के चलते पेट्रोल की बिक्री में भारी गिरावट दर्ज की जा रही है और पंजाब वैट कलैक्शन में हरियाणा से 2000 हजार करोड़ रुपए पिछड़ चुका है। पिछड़ने की मुख्य वजह पड़ोसी राज्यों में पेट्रोल की कम कीमतों के चलते बिक्री का पंजाब से बाहर चले जाना ही है। पेट्रोल के बेसिक मूल्य पर केंद्र एक्साइज ड्यूटी लगाता है और पंजाब पैट्रोल के बेसिक मूल्य एवं केंद्र एक्साइज ड्यूटी को मिला कर उस पर वैट लगा देता है। इससे पंजाब की जनता को पेट्रोल खरीद पर दोगुना टैक्स अदा करना पड़ता है। केंद्र की तरफ से पेट्रोल की कीमत पर प्रति लीटर 19 पैट्रोल रुपए के लगभग एक्साइज ड्यूटी वसूली जाती है, लेकिन पंजाब पेट्रोल की कीमत के ऊपर 35.25 फीसद वैट वसूल लेता है, जो प्रति लीटर 22 रुपए प्रति लीटर के लगभग बैठता है। इस मुताबिक पंजाब की जनता को एक लीटर पेट्रोल की खरीद पर लगभग 41 रुपए प्रति लीटर टैक्स के तौर पर ही अदा करने पड़ रहे हैं।
हरियाणा इस समय पेट्रोल की बिक्री पर 26.25 फीसद वैट वसूल रहा है, जो पंजाब से 9 फीसद कम है। प्रदेश की राजधानी चंडीगढ़ में पेट्रोल की बिक्री पर 19.76 फीसद टैक्स वसूला जा रहा है, जो पंजाब से 15.49 फीसद कम है।
कीमत की बजाय प्रति लीटर लगाया जाए वैट
केंद्र की ही तर्ज पर पंजाब सरकार को पेट्रोल की कीमत की बजाय मात्रा (प्रति लीटर) पर वैट वसूलना चाहिए। प्रत्येक 1 पैसे की वृद्धि से भी पंजाब के सरकारी खजाने में आमदनी बढ़ जाती है। पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन (पीपीडीए), पंजाब के प्रवक्ता मौंटी गुरमीत सहगल ने कहा कि वह यही माग कर रहे हैं कि अपना खजाना भरने की बजाय पंजाब सरकार राज्य की जनता का भी ख्याल करे। वैट प्रति लीटर वसूला जाए, न कि कीमत के आधार पर।