तल्खी के चार दिन बाद एक मंच पर दिखे कैप्टन व जाखड़
चार दिन बाद कैप्टन व जाखड़ एक मंच पर नजर आए। हालांकि इस दौरान दोनों के बीच की तल्खी साफ-साफ दिखी।
जेएनएन, चंडीगढ़। चार दिनों के बाद मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ जालंधर में एक मंच पर नजर आए। डेविएट में बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की जयंती समारोह में दोनों मंच पर साथ-साथ बैठे जरूर दिखे, लेकिन दोनों के बीच तल्खी साफ नजर आई। दोनों साथ-साथ कार्यक्रम में पहुंचे। श्रद्धांजलि देने के दौरान सीएम ने जाखड़ को साथ नहीं रखा। वह पीछे खड़े रहे।
बता दें, चंडीगढ़ स्थित सिविल सचिवालय में चार दिन पूर्व बुधवार को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से मिलने पहुंचे जाखड़ को सुरक्षाकर्मियों ने रोक दिया था। इसके बाद जाखड़ ने सीएम को संदेश भिजवाया, लेकिन 10 मिनट तक सीएम ने कोई रिस्पांस नहीं लिया। इससे गुस्साए जाखड़ वहां से लौट गए। वीरवार को संगरूर में कार्यक्रम में सीएम को आना था, लेकिन एेन वक्त पर कैप्टन नहीं पहुंचे। कार्यक्रम में जाखड़ पहुंचे थे।
जाखड़ ने संगरूर में कैप्टन सरकार पर जमकर प्रहार किए थे। जाखड़ को मनाने के लिए मुख्यमंत्री ने अपने कैबिनेट साथी तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा और अपने राजनीतिक सलाहकार कैप्टन संदीप संधू की ड्यूटी लगाई थी। जाखड़ को मनाने के लगातार प्रयास किए जा रहे थे, जिसमें कैप्टन सफल रहे और दोनों आज एक मंच पर दिखे।
गत दिवस गुरदासपुर में एक कार्यक्रम में पहुंचे जाखड़ ने मुख्यमंत्री से नाराजगी संबंधी सवाल के जवाब में कहा कि मेरी कैप्टन साहब से कोई नाराजगी नहीं है। कैप्टन ने जो पंजाब के लिए किया है, वह कोई और नहीं कर सकता। पंजाब पर भारी कर्ज के बावजूद मुख्यमंत्री ने किसानों की कर्जमाफी का फैसला लिया।
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