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मतगणना की तैयारी में पेंच, पढ़े-लिखे 15 पोलिंग एजेंट जुटाने में छूटे प्रत्याशियों के पसीने

जालंधर में अगर उम्मीदवार मतगणना पर पूरी नजर रखना चाहता है तो उसे न्यूनतम 15 पोलिंग एजेंट प्रत्येक हलके की मतगणना में उपलब्ध कराने होंगे।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Wed, 22 May 2019 06:18 PM (IST)Updated: Wed, 22 May 2019 06:18 PM (IST)
मतगणना की तैयारी में पेंच, पढ़े-लिखे 15 पोलिंग एजेंट जुटाने में छूटे प्रत्याशियों के पसीने
मतगणना की तैयारी में पेंच, पढ़े-लिखे 15 पोलिंग एजेंट जुटाने में छूटे प्रत्याशियों के पसीने

[मनुपाल शर्मा], जालंधर। लोकसभा चुनाव में प्रचार से ज्यादा मतगणना की तैयारी कई उम्मीदवारों और राजनीतिक दलों पर भारी पड़ती दिखाई दे रही है। मतगणना के लिए ऐसे पोलिंग एजेंटों की जरूरत आन पड़ी है, जो पढ़े लिखे भी हों और चुनावी प्रक्रिया को भी बखूबी समझते हों। असलियत यह है कि चुनाव लडऩे वाले कुछ राजनीतिक दलों एवं उम्मीदवारों के पास पर्याप्त संख्या में पढ़े-लिखे पोलिंग एजेंट ही उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं।

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कुछ बड़ी पार्टियों की तरफ से तो तत्काल मतगणना के लिए पोलिंग एजेंटों की लिस्ट बना ली गई लेकिन कुछ ऐसे भी थे, जो मंगलवार को भी पोलिंग एजेंटों की व्यवस्था करते देखे गए। मंगलवार शाम तक यह भी स्पष्ट हो गया था कि लोकसभा चुनाव लडऩे वाले कई उम्मीदवार ऐसे भी होंगे, जिनके पास बुधवार की मतगणना के लिए टेबल पर बैठाने के लिए अपने पोलिंग एजेंट ही उपलब्ध नहीं होंगे।

14 टेबलों में से हर एक पर चाहिए पोलिंग एजेंट

चुनाव आयोग के निर्देशों पर जिला चुनाव कार्यालय की तरफ से की गई व्यवस्था के मुताबिक ईवीएम को एक साथ 14 टेबलों पर रखा जाएगा और उम्मीदवार की तरफ से प्रत्येक टेबल पर अपना एक पोलिंग एजेंट बैठाया जाएगा। एक पोलिंग एजेंट  रिटर्निंग अधिकारी के साथ बैठेगा। इस व्यवस्था के मुताबिक अगर उम्मीदवार मतगणना पर अपनी पूरी नजर रखना चाहता है तो उसे न्यूनतम 15 पोलिंग एजेंट प्रत्येक हलके की मतगणना में उपलब्ध कराने होंगे। खास यह है कि पोङ्क्षलग एजेंट पढ़े लिखे भी होने चाहिए।

इन पोलिंग एजेंटों की तरफ से संबंधित पोलिंग बूथ से भेजे गए डाटा का मिलान ईवीएम के साथ भी करना होगा और यह जानना होगा कि संबंधित ईवीएम से कितने वोट निकले हैं। इसके अलावा बूथ पर बिठाए गए अपनी पार्टी के पोलिंग एजेंट के सीलिंग के दौरान किए गए हस्ताक्षर को भी चेक करना होगा। इसी दौरान संबंधित पोलिंग एजेंट को यह हिसाब भी रखना होगा कि संबंधित ईवीएम से किस उम्मीदवार को कितने वोट प्राप्त हुए हैं।

मतगणना से किनारा कर सकते हैं कुछ उम्मीदवार

चुनाव प्रचार और वोटिंग देखते हुए अधिकतर उम्मीदवारों को अपने परिणाम का आभास हो गया है। कुछ उम्मीदवार इन्हीं हालातों के कारण मतगणना से किनारा कर सकते हैं। ऐसे में वे घर बैठकर ही नतीजा जानेंगे।

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