नहर के साथ ग्रीन बेल्ट का काम तेज, पिकनिक स्पाट व वाकिंग स्ट्रीट बनेंगी
शहीद बाबू लाभ सिंह नगर से गाखल पुल तक नहर के सुंदरीकरण का काम तेज हो गया है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : शहीद बाबू लाभ सिंह नगर से गाखल पुल तक नहर के सुंदरीकरण का काम तेज हो गया है। स्मार्ट सिटी कंपनी के प्रोजेक्ट के तहत नहर के किनारों को सुंदर बनाकर पिकनिक स्पाट और वाकिग स्ट्रीट के रूप में विकसित किया जा रहा है। सैर के लिए फुटपाथ बनाने का काम शुरू हो गया है। इसे पक्का करने के बजाय लाल केरी (मिट्टी) से भरा जा रहा है। मास्टर गुरबंता सिंह मार्ग का भी काम लगभग पूरा हो गया है। यहां ग्रीन बेल्ट विकसित कर फैंसी लाइटें लगाई जाएंगी। जहां-जहां नहर के किनारे चौड़े हैं, वहां ओपन जिम व बैठने के लिए बेंच लगाए जाएंगे। 2.78 करोड़ के इस प्रोजेक्ट के तहत नहर के किनारों को न सिर्फ विकसित किया जाएगा, बल्कि अगले पांच साल तक रखरखाव की जिम्मेदारी भी ठेकेदार को ही दी जाएगी।
वाकिग स्ट्रीट के लिए तीन घंटे ट्रैफिक बंद करने की योजना
नहर के किनारे फुटपाथ, ग्रीन बेल्ट और सड़क को वाकिग स्ट्रीट के रूप में विकसित करने लिए सुबह पांच बजे से आठ बजे तक मास्टर गुरबंता सिंह मार्ग पर ट्रैफिक बंद किया जा सकता है। विधायक सुशील रिकू ने बताया कि प्लान है कि सुबह तीन घंटे तक नहर के एक तरफ की सड़क को बंद कर दिया जाए ताकि लोग बेखौफ होकर सैर कर सकें।
सरफेस वाटर प्रोजेक्ट से नहर में रहेगा 24 घंटे पानी
नगर निगम के सरफेस वाटर प्रोजेक्ट के तहत सतलुज दरिया का पानी शहर तक लाने के लिए इसी नहर का इस्तेमाल होना है। इसका फायदा नहर के सुंदरीकरण प्रोजेक्ट को भी मिलेगा। कारण, सरफेस वाटर प्रोजेक्ट के कारण नहर में 24 घंटे पानी छोड़ा जाना है। नहर की सफाई पर भी पूरा फोकस रहेगा। नहर में हमेशा पानी रहने से पिकनिक स्पाट विकसित करना आसान रहेगा।
साइकिल ट्रैक को नहीं मिली मंजूरी
लोगों में बढ़ते साइकिलिग के शौक को देखते हुए रिकू ने नहर के सुंदरीकरण प्लान के साथ ही साइकिल ट्रैक बनाने का प्रोजेक्ट भी जोड़ा था। इसकी रिपोर्ट भी भेजी गई थी, लेकिन किन्हीं कारणों से फिलहाल इसे मंजूर नहीं किया है।