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जिला भलाई अफसर के तबादले से कांग्रेस में घमासान, विधायक व मंत्री आमने-सामने

जिला भलाई अफसर राजिदर सिंह के तबादले को लेकर जिला कांग्रेस में घमासान शुरू हो गया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 17 Oct 2020 05:12 AM (IST)Updated: Sat, 17 Oct 2020 05:12 AM (IST)
जिला भलाई अफसर के तबादले से कांग्रेस में घमासान, विधायक व मंत्री आमने-सामने
जिला भलाई अफसर के तबादले से कांग्रेस में घमासान, विधायक व मंत्री आमने-सामने

जगजीत सिंह सुशांत, जालंधर

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जिला भलाई अफसर राजिदर सिंह के तबादले को लेकर जिला कांग्रेस में घमासान शुरू हो गया है। तबादले के बाद समाज भलाई (कल्याण) मंत्री साधु सिंह धर्मसोत और कांग्रेस के छह विधायकों, मेयर व जिला प्रधान में टकराव की स्थिति पैदा हो गई है। बताया जा रहा है कि मंत्री ने यह तबादला अपने करीबी दोस्त कांग्रेस नेता यशपाल धीमान के कहने पर किया है। हालांकि यशपाल धीमान ने कहा कि इसमें मेरी कोई भूमिका नहीं है।

करीब 10 दिन पहले कैबिनेट मंत्री के निर्देश पर जिला भलाई अफसर राजिदर सिंह का तबादला किया गया है। इसी कारण कांग्रेस विधायक नाराज हैं। तबादला रोकने के लिए मेयर जगदीश राज राजा, विधायक राजिदर बेरी, सुशील रिकू, बावा हैनरी, परगट सिंह, सुरिदर चौधरी, लाडी शेरोवालिया और जिला कांग्रेस के प्रधान बलदेव सिंह देव ने सिफारिशी पत्र दिया था। सभी ने कहा था कि राजिंदर सिंह का जिला भलाई अफसर के तौर पर किया जा रहा काम अच्छा है। यहां लोगों के काम आसानी से हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि तहसील में ही तैनात एक अधिकारी की भी तबादले में भूमिका है, जिनकी यशपाल धीमान से निकटता है।

गौर हो कि कैबिनेट मंत्री साधु सिंह धर्मसोत पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप घोटाले को लेकर भी चर्चा में हैं। हालांकि इस मामले में उन्हें क्लीन चिट मिल गई है, लेकिन राजनीतिक सरगर्मी बढ़ी हुई है। वह लगातार अकाली और भाजपा नेताओं के निशाने पर हैं। यशपाल धीमान के ही घर आते हैं धर्मसोत

मंत्री साधु सिंह धर्मसोत और कांग्रेस नेता यशपाल धीमान के बीच दोस्ती किसी से छुपी नहीं है। धर्मसोत मंत्री बनने से पहले और बाद में जब भी जालंधर आए हैं वह यशपाल धीमान के घर ही आते हैं। धर्मसोत ने मंत्री बनने के बाद जब जालंधर में पहली बार प्रेस कांफ्रेंस की थी, तब मीडिया के सामने घोषणा की थी कि वह यशपाल धीमान को अपना सलाहकार नियुक्त करते हैं। हालांकि यह राजनीति नियुक्ति ही है। मंत्रालय की तरफ से इसका कभी कोई पत्र जारी नहीं हुआ। भलाई अफसर को बदलने की जरूरत नहीं थी : राजिदर बेरी

विधायक राजिदर बेरी ने कहा कि सभी विधायक यही चाहते थे कि तबादला न हो, क्योंकि राजिदर सिंह की कार्यशैली अच्छी है। विधायक इसीलिए सिफारिश करते हैं, ताकि जनता का काम आसानी से होता रहे। जिला भलाई अफसर से किसी ने भी अपना निजी काम नहीं करवाना, बल्कि पब्लिक के काम ही होने हैं। जब जिले के सभी विधायक इस पर सहमत थे तो मंत्री को इस पर गौर करना चाहिए था। मैंने नहीं करवाया तबादला : यशपाल धीमान

कांग्रेस नेता यशपाल धीमान ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि राजिदर सिंह अच्छा काम कर रहे थे। उनके साथ हमेशा ही अच्छे संबंध रहे हैं। राजिदर सिंह का जालंधर से तबादला करवाने में उनकी भूमिका नहीं है। यह सरकार का काम है। विधायक तो सभी को लेटर देते हैं : धर्मसोत

मंत्री साधु सिंह धर्मसोत ने कहा कि किसी भी अफसर का तबादला विभाग का काम है। विधायकों ने अगर एक को लेटर दिया है तो वह दूसरे को भी लेटर देते हैं। यह तो रूटीन की बात है। किसी अफसर को बदलने के समय डिपार्टमेंट के सीनियर अफसर जरूरत को देखते हैं। कांग्रेस के सभी नेता मेरे दोस्त हैं, लेकिन तबादला करना सीनियर अफसरों का काम है।


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