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बंपर फसल से दालों के दामों में आई गिरावट

देश में बंपर फसल के चलते दाम औंधे मुंह गिर गए हैं। आलम यह है कि 200 रुपये प्रति किलो का आंकड़ा छू चुकी अरहर की दाल के दाम इन दिनों मात्र 55 रुपये रह गए हैं।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Sat, 21 Apr 2018 03:41 PM (IST)Updated: Mon, 23 Apr 2018 08:58 PM (IST)
बंपर फसल से दालों के दामों में आई गिरावट
बंपर फसल से दालों के दामों में आई गिरावट

जालंधर [शाम सहगल]। पिछले लंबे समय से महंगाई की मार झेल रहे लोगों को राहत मिली है। केंद्र सरकार द्वारा दालों के इंपोर्ट करने तथा देश में बंपर फसल के चलते दाम औंधे मुंह गिर गए हैं। आलम यह है कि 200 रुपये प्रति किलो का आंकड़ा छू चुकी अरहर की दाल के दाम इन दिनों मात्र 55 रुपये रह गए हैं। इसी तरह चना दाल, मसूर की दाल, काले चने तथा मूंगी की दाल के दामों में भी उल्लेखनीय गिरावट आ चुकी है।

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दरअसल, पिछले वर्ष राजस्थान में अधिकतर दालों की फसल बहुत कम हुई थी। इसके चलते बाजार में दामों में अचानक से तेजी आ गई थी। यही नहीं, अरहर की दाल की मांग घटने के चलते किसानों ने पिछले दो वर्षो में इसकी पैदावार को लेकर खास तवज्जों नहीं दी। जबकि, यूपी, बिहार के अलावा फास्ट फूड में इसके इस्तेमाल तथा माग के चलते एकाएक दामों में तेजी के साथ दाम 200 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए।

वहीं, इस वर्ष अरहर की पैदावार अधिक होने के चलते दाम एकाएक गिरकर मात्र 55 रुपये प्रति किलो रह गए हैं। इसी तरह 100 रुपये प्रति किलो का आंकड़ा छू चुकी व सबसे अधिक पसंद की जाती चने की दाल के दाम भी इन दिनों में 48 रुपये प्रति किलो हो गए हैं। खास बात यह है कि होटलों व ढाबों पर सबसे महंगी बेची जाती माह की दाल के दाम भी इन दिनों मात्र 50 रुपये प्रति किलो रह गए हैं।

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रिटेलर महंगाई की आग में डाल रहे घी

भले ही थोक में दालों के दामों में उल्लेखनीय गिरावट हो चुकी है, लेकिन रिटेलर महंगाई की आग में घी डालने का काम कर रहे हैं। कारण, पिछले लंबे समय तक दालों के दामों में तेजी रही थी। जिसका लाभ रिटेलर अभी भी ले रहे हैं। इसके चलते दालों के गिरे दामों का लाभ रिटेल उपभोक्ता को नहीं मिल पा रहा है।

आधा किलो दाल लेने वाले खरीद रहे दो किलो

दाल इस बारे में दालों के थोक कारोबारी आशीष कुमार बताते हैं कि इस बार इंपोर्ट अधिक होने के चलते व बंपर फसल के चलते दालों के दामों में भारी गिरावट आई है। उन्होंने कहा कि किसानों को तो उनकी लागत भी नहीं मिल पाई है। इसी तरह दालों के रिटेलर गुड़ मंडी के कारोबारी नरेश गुप्ता बताते है कि करीब डेढ़ वर्ष के बाद दालों के दामों में इतनी अधिक गिरावट हुई है। उन्होंने कहा कि मासिक राशन में आधा किलो दाल लेने वाले अब एक से दो किलो दालें खरीद रहे हैं।

दालों के दाम पहले और अब

दाल पहले अब
चना 100 48
मूंग 140 65
मसूर 90 44
अरहर 200 55
राजमा छोटे 120 70
चने सफेद 120 60
काले चने 100 46
माह 120 50
मटर 60 38
रोंगी 90 55

(दाम रुपये प्रतिकिलो)

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