बिट्टू ने फिर साबित की शाही परिवार के साथ नजदीकियां, रणइंदर सिंह के साथ ईडी ऑफिस पहुंचे
मुख्यमंत्री के बेटे रणइंदर से ईडी की पूछताछ के दौरान जालंधर के कांग्रेस नेताओं में कोई खास सरगर्मी नहीं दिखी। तजिंदर बिट्टू ही जालंधर से एक ऐसे कांग्रेस रहे जो रणइंद्र के साथ ईडी ऑफिस तक पहुंचे। पूछताछ के दौरान बिट्टू ईडी कार्यालय में ही हैं।
जालंधर, जेएनएन। प्रदेश के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बेटे रणइंदर सिंह के साथ अकेले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के आफिस के अंदर तक जाकर एक बार फिर से तेजिंदर बिट्टू ने शाही परिवार के साथ अपनी नजदीकियां साबित कर दी है। तजिंदर बिट्टू ही जालंधर से एक ऐसे कांग्रेस रहे, जो रणइंद्र के साथ ईडी ऑफिस तक पहुंचे। दोपहर में पंजाब मीडियम इंडस्ट्री बोर्ड के डायरेक्टर मलविंदर लक्की भी ईडी आफिस पहुंचे और बाहर रणइंदर का इंतजार करते दिखे।
मुख्यमंत्री के बेटे रणइंदर के जालंधर आगमन के बारे में कांग्रेस के वर्कर भलीभांति परिचित थे, क्योंकि ईडी की तरफ से उन्हें लगातार समन भेजे जा रहे थे, जिन्हें मीडिया में भी सार्वजनिक किया जा रहा था। बावजूद इसके सुबह कोई भी कांग्रेस वर्कर ईडी ऑफिस नहीं पहुंचा था। बाद दोपहर मलविंदर लक्की जरूर ईडी कार्यालय के आसपास नजर आए।हालांकि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, जब तेजिंदर बिट्टू की कैप्टन परिवार के साथ नजदीकियां साबित हुई हों।
जालंधर में वीरवार दोपहर ईडी आफिस के बाहर रणइंदर का इंतजार करते हुए मलविंदर लक्की।
बिट्टू इज लाइक माय सन
वर्ष 2007 में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने जालंधर दौरे के दौरान तेजिंदर बिट्टू के बारे में ऐसे शब्द बोले थे तो कांग्रेस में तेजिंदर बिट्टू के कैप्टन परिवार के नजदीक होने पर मोहर लग गई थी। कैप्टन अमरिंदर सिंह जब भी पावर में रहे तेजिंदर बिट्टू को इसका फायदा लगातार मिलता रहा। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ही उन्हें मुख्यमंत्री के अपने पिछले कार्यकाल के दौरान इंप्रूवमेंट ट्रस्ट जालंधर का चेयरमैन बनाया था और इस बार मुख्यमंत्री बनने पर उन्होंने तेजिंदर बिट्टू को खाद्य एवं आपूर्ति में चेयरमैन का पद नवाजा है।