बड़ा पटाखा कारोबारी गिरफ्तार, पिछले साल इसके गोदाम में हुए धमाके में गई थी दो लोगों की जान
दो लोगों की मौत होने से भी गुरदीप ने कोई सबक नहीं सीखा और जेल से बाहर आकर दोबारा उसी तरह गैरकानूनी धंधा शुरू कर इंसानी जिंदगियों से खिलवाड़ करने लगा।
जागरण संवाददाता, जालंधर। पुलिस ने एक बड़े पटाखा व्यापारी को गिरफ्तार किया है। उसकी प्रताप बाग में अवैध पटाखों के गोदाम और जालंधर विहार में गैर कानूनी तरीके से चल रही अवैध पटाखे और चाइनीज डोर बनाने वाली फैक्टरी को सील कर दिया गया है। पुलिस ने छापेमारी में दो ट्रक और एक स्कार्पियो भरकर पटाखे व चाइनिज डोर बरामद किए हैं। हालांकि किंगपिन पिता फरार होने में सफल रहा। अवैध गोदाम को सील कर मौके से पटाखा विक्रेता गुरदीप सिंह निवासी रयाजपुर को गिरफ्तार कर गुरदीप और उसके पिता खजान सिंह के खिलाफ एक्सप्लोसिव एक्ट व अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
गुरदीप ने पिछले साल भी अवैध तौर पर पटाखे स्टोर किए थे और पटाखों का अवैध निर्माण कर रहा था। इसी दौरान गोदाम में विस्फोट हो गया था और दो लोगों की जान चली गई थी। इस मामले में वह हाल ही में जेल से जमानत पर बाहर आया था।
विस्फोटक सामग्री बरामद
डीसीपी क्राइम गुरमीत सिंह और एडीसीपी परमिंदर सिंह भंडाल ने बताया कि पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि प्रताप बाग के सामने बिजली घर के पास एक एक गोदाम में अवैध तौर पर भारी मात्रा में पटाखों को स्टोर कर रखा गया है। इस पर कार्रवाई करते हुए थाना डिवीजन नंबर तीन की पुलिस और सीआइए स्टाफ की टीम ने संयुक्त छापेमारी की।
डीसीपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी गुरदीप ने पुलिस पूछताछ में बताया कि जालंधर विहार में उसकी पटाखे बनाने और चाइना डोर बनाने की अवैध फैक्टरी है। वहां भी रेड किया गया और भारी मात्रा में पटाखे बनाने वाली विस्फोटक सामग्री और चाइनिज डोर बरामद कर फैक्टरी को सील कर दिया गया है। चाइनिज डोर तैयार कर उस पर दूसरे राज्यों और चाइना के टैग भी फैक्टरी के अंदर ही फर्जी तरीके से लगाए जाते थे।
खजान सिंह का पटाखा बेचने का लाइसेंस रद होगा
डीसीपी ने बताया कि गोदाम में पटाखों का अवैध भंडारण करने और अवैध पटाखे और चाइनिज डोर बनाने की फैक्टरी चलाने के आरोपित खजान सिंह को इस बार प्रशासन की तरफ से पटाखे बेचने का लाइसेंस जारी हुआ था। मामला दर्ज करने के बाद आरोपित गुरदीप और उसके पिता खजान सिंह की पटाखे बेचने की दुकान को बंद कराने की डीएसपी और एसएचओ की ड्यूटी लगा दी गई है और उसका लाइसेंस कैंसिल करने की प्रक्रिया को शुरू कर दिया गया है।
सात महीने जेल में बिताकर भी नहीं सीखा सबक
डीसीपी क्राइम ने बताया कि गुरदीप सिंह के खिलाफ थाना डिवीजन नंबर चार में पिछले साल 27 मार्च को भी मामला दर्ज किया गया था। उसने पिछले साल भी अवैध तौर पर पटाखे स्टोर किए हुए थे और गोदाम में विस्फोट हो गया था व इसमें दो लोगों की जान चली गई थी और एक जख्मी हो गया था। इस मामले में पटाखा व्यापारी गुरदीप सात महीने जेल में रहकर अभी कुछ दिन पहले ही जेल से जमानत पर बाहर आया था।