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भोपाल में 60 लाख की ठगी कर जालंधर में छिपा दंपती गिरफ्तार, लोगों को पैसे दोगुना करने का देता था झांसा

भोपाल से क्राइम ब्रांच के एसआइ जतिंदर सिंह ने बताया कि मनीष और मनीषा ने भोपाल में दर्जन भर से ज्यादा लोगों को पैसा दोगुना करने का झांसा दिया। उन्होंने साठ लाख से ज्यादा रुपये लोगों के लिए और वहां से भाग गए।

By Vipin KumarEdited By: Published: Sun, 25 Oct 2020 02:54 PM (IST)Updated: Sun, 25 Oct 2020 07:38 PM (IST)
भोपाल में 60 लाख की ठगी कर जालंधर में छिपा दंपती गिरफ्तार, लोगों को पैसे दोगुना करने का देता था झांसा
भोपाल पुलिस ने जालंधर से दंपती काे गिरफ्तार कर लिया। (फाइल फाेटाे)

जालंधर, जेएनएन। भोपाल में लोगों को पैसा दोगुना करने का झांसा देकर करीब साठ लाख रुपये ठग कर भागे दंपती को भोपाल पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जालंधर के सलेमपुर मुलसमाना स्थित पाली हिल अपार्टमेंट में भोपाल पुलिस ने रविवार सुबह छापामारी की और आरोपित मनीष शर्मा और उसकी पत्नी मनीषा उर्फ मोना शर्मा को पकड़ कर भोपाल ले गई। 

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भोपाल से क्राइम ब्रांच के एसआइ जतिंदर सिंह ने बताया कि मनीष और मनीषा ने भोपाल में दर्जन भर से ज्यादा लोगों को पैसा दोगुना करने का झांसा दिया। उन्होंने साठ लाख से ज्यादा रुपये लोगों के लिए और वहां से भाग गए। वहां पर दोनों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज है। उन को गुप्त सूचना मिली थी कि दोनों जालंधर में छिपे हुए हैं। सूचना के आधार पर जालंधर के थाना डिवीजन नंबर एक की पुलिस को साथ लिया और छापामारी की।

छह महीने से छिपे हुए थे आरोपित

मनीष और मनीषा ने पाली हिल अपार्टमेंट में फ्लैट खरीदा था और पिछले छह महीने से यहां रह रहे थे। उनको भनक लग चुकी थी कि पुलिस उनके पीछे है। ऐसे में वो जालंधर वाला घर भी बेचने की कोशिश में थे। जिन लोगों को उन्होंने मकान बेचने के लिए कहा था, उनसे नकद पैसा देने वाले ग्राहक को ढूंढऩे के लिए कहा था। भोपाल पुलिस ने छापामारी की तो मनीष घर पर मिला, लेकिन मोना पास ही कहीं स्थित घर में हो रहे कीर्तन में गई थी। पुलिस ने उसे वहीं से उठा लिया। उनको ले जाने के एक घंटे बाद पुलिस ने दोबारा घर में सर्च की। बताया जा रहा है पुलिस को वहां से कुछ नकदी भी मिली है। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो रही है।

यहां भी बुनने लगे थे ठगी का जाल

मनीष व मनीषा जालंधर में भी ठगी का जाल बुनने लगे थे। उन्होंने कई लोगों को उनकी कंपनी में पैसे इनवेस्ट करने के लिए कहा था, लेकिन लाकडाउन के कारण कोई भी तैयार नहीं हुआ। दंपती का व्यवहार पड़ोसियों से अच्छा था। कभी किसी को उन पर शक नहीं हुआ। मनीष शातिर था। उसे पता था कि ज्यादा बाहर निकलने पर वह किसी के नजर में आ सकता है, इसलिए वह ज्यादातर घर में ही रहता था।

इंदौर में शिफ्ट करने की थी तैयारी

मनीष को डर था कि वह पकड़ा जा सकता है। इस कारण वह जालंधर से भागना चाहता था। उसने मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में नया ठिकाना बनाना था। इसके लिए वह दो बार इंदौर जा चुका था। बताया जाता है कि उसने इंदौर में मकान भी किराये पर ले लिया था। दंपती वहां शिफ्ट करता, इससे पहले पुलिस के हत्थे चढ़ गया।


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