Jalandhar Teachers Protest: बेरोजगार शिक्षक मनीष हिम्मत हारने वालों में नहीं, संगरूर में भी 72 दिन टंकी पर बिताए थे
बीएड टीईटी पास बेरोजगार शिक्षक मनीष 20 दिनों से जालंधर बस अड्डा पानी की टंकी पर चढ़कर प्रदर्शन कर रहे हैं। वह पहले भी 72 दिनों तक संगरूर में पानी की टंकी पर चढ़कर प्रदर्शन कर चुके हैं। वहां भी उनकी तबीयत बिगड़ी मगर वह डटे रहे थे।
अंकित शर्मा, जालंधर। बीएड टीईटी पास बेरोजगार टीचर्स यूनियन के सदस्य मनीष फाजिल्का 20 दिनों से जालंधर बस अड्डा पानी की टंकी पर चढ़कर प्रदर्शन कर रहे हैं। तबीयत बिगड़ने पर भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी है। सोमवार को डाक्टर की सलाह दरकिनार करके वे धरना जारी रखे हुए हैं। डाक्टर ने उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी पर वे नहीं माने। उन्होंने कि वे अपने साथी शिक्षकों के छेड़े संघर्ष को बीच में छोड़कर नहीं जाएंगे। टंकी पर चढ़कर प्रदर्शन करना मनीष के लिए कोई नहीं बात नहीं है। वह पहले भी 72 दिनों तक संगरूर में पानी की टंकी पर चढ़कर प्रदर्शन कर चुके हैं। वहां भी उनकी तबीयत बिगड़ी मगर वह डटे रहे थे।
चरणजीत सिंह चन्नी के मुख्यमंत्री और विधायक परगट सिंह के शिक्षा और खेल मंत्री बनने के बाद वे 27 अक्टूबर की रात को ही टंकी से उतरकर जालंधर बस अड्डा में पहुंच गए थे। वह रात में पानी की टंकी पर चढ़ गए और तब से वहीं डटे हुए हैं। उसके अगले दिन यानी कि 28 अक्टूबर को जसवंत घुबाया भी पानी की टंकी पर चढ़कर उनका साथ देने पहुंच गए।
27 अक्टूबर से टंकी पर चढ़कर प्रदर्शन कर रहे शिक्षक मनीष फाजिल्का।
टंकी पर केक काटकर मनाया जसवंत का जन्मदिन
जसवंत घुबाया का मंगलवार को जन्मदिन भी है। ऐसे में वे अपने प्रदर्शन को रोककर खुशी मनाने के बजाय टंकी पर अपने प्रदर्शन को जारी रख रहे हैं। यूनियन के साथियों ने टंकी चढ़कर उनके पास तक केक पहुंचाया। फिर उन्होंने मिलकर जसवंत का जन्मदिन मनाया।
जब तक नोटिफिकेशन नहीं निकलता, टंकी से नहीं उतरेंगे
जसवंत घुबाया ने कहा कि 35 साल की उम्र हो गई है। वे पहली बार टंकी पर चढ़कर परिवार से दूर अपना जन्मदिन मना रहे हैं। उन्होंने दीवाली भी टंकी पर ही मनाई थी। जब तक सरकार नोटिस जारी नहीं करती, वह टंकी पर ही विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे।
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