छह दशक में छह बार रद हुई बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी, जानें कब-कब हुई बंद
रिट्रीट सेरेमनी की शुरुआत के बाद से आज तक छह दशक में यह छठा मौका था जब इसे रद किया गया हो। हालांकि शाम को अटारी में फ्लैग सेरेमनी हुई।
जालंधर [दिनेश शर्मा]। देश के जांबाज सपूत विंग कमांडर अभिनंदन को वाघा-अटारी बॉर्डर पर भारत को सौंपने को लेकर पाकिस्तान दिनभर ड्रामा करता रहा। बार-बार अभिनंदन को सौंपने का समय बदलने के कारण भारत ने सुरक्षा कारणों से बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी को दोपहर दो बजे शुक्रवार के लिए रद कर दिया।
रिट्रीट सेरेमनी की शुरुआत के बाद से आज तक छह दशक में यह छठा मौका था जब इसे रद किया गया हो। हालांकि शाम को अटारी में फ्लैग सेरेमनी हुई। पाकिस्तान की ओर वाघा में रिट्रीट सेरेमनी भी हुई। रिट्रीट सेरेमनी रद होने के बाद भी देश के कोने-कोने से पहुंचे लोगों के जोश में कोई कमी नहीं आई। वे निराश नहीं हुए। शाम तक वहीं जमे रहे और बोले देश की सुरक्षा के लिए हमें हर फैसला मंजूर है।
हर रोज 25 हजार लोग पहुंचते हैं रिट्रीट सेरेमनी देखने
अटारी बॉर्डर पर रिट्रीट सेरेमनी देखने के लिए करीब 25 हजार लोगों के बैठने का प्रबंध है। प्रशासन ने कहा कि अगर पाकिस्तान शाम को विंग कमांडर को इस रास्ते से भारत को सौंपता है तो उस वक्त दर्शकों का हुजूम होगा। लोगों की देशभक्ति भावनाएं चरम पर होंगी। ऐसे में किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए शुक्रवार को रिट्रीट सेरेमनी को बंद कर दिया गया है।
1959 में शुरू हुई थी 156 सेकेंड की बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी
बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी की शुरुआत वर्ष 1959 में शुरू की गई थी। यह हर रोज शाम को दोनों देशों के राष्ट्रीय ध्वज उतारने का अवसर है। इसमें भारत से बीएसएफ के जवान और पाकिस्तान की ओर से पाक रेंजर्स शामिल होते हैं। दोनों देशों के हजारों लोग पहुंचते हैं और अपने जवानों का जोश बढ़ाने के लिए देशभक्ति के नारे लगाते हैं। रिट्रीट सेरेमनी 156 सेकेंड की होती है जिसके बाद दोनों देशों के गेट फिर बंद कर दिए जाते हैं।
कब-कब बंद हुई रिट्रीट सेरेमनी
- 1965 में भारत और पाक के बीच युद्ध के दौरान रिट्रीट सेरेमनी को पहली बार रद किया गया।
- 1971 में भारत और पाक के बीच फिर युद्ध हुआ और बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी को रद किया गया।
- 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान भी रिट्रीट सेरेमनी को रद किया गया।
- दिसंबर 2014 को पाक की ओर वाघा बॉर्डर पर हुए आत्मघाती हमले के बाद रिट्रीट सेरेमनी रद की गई।
- सितंबर 2016 में उड़ी हमले के बाद भारत द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक के वक्त भी सेरेमनी को रद किया गया।
- 1 मार्च 2019 को पाकिस्तान की ओर से विंग कमांडर अभिनंदन की रिहाई के समय रिट्रीट सेरेमनी रद की गई।
रिट्रीट सेरेमनी के लिए जवानों को दिए जाते हैं खास जूते
रिट्रीट सेरेमनी के दौरान बीएसएफ जवान अपने सिर तक ऊंचा पैर उठाते हैं और उसे जमीन पर पटकते हैं। सामान्य जूतों के कारण जवानों को इस दौरान परेशानी होती थी। अब बीएसएफ ने रिट्रीट सेरेमनी के लिए जवानों को खास जूते दिए हैं जो काफी आरामदायक हैं।