ऑटो चालक बोले- लॉकडाउन ने कमर तोड़ी, अब रोजी-रोटी का प्रबंध करे पंजाब सरकार
कंपनी बाग पर प्रदर्शन कर रहे ऑटो चालकों का कहना था कि लॉकडाउन ने आर्थिक रूप से उनकी कमर तोड़ कर रख दी है। अब वे अपने परिवार का पेट भरने में असमर्थ हैं।
जालंधर, जेएनएन। वीरवार को भगत सिंह ऑटो यूनियन और गरीब ऑटो चालक यूनियन ने कंपनी बाग से लेकर डीसी आफिस के बाहर तक परिवार के सदस्यों समेत रोष रैली निकाली। वे मांग कर रहे थे कि सरकार गरीब ऑटो चालकों को हालात सामान्य होने तक हर महीने छह हजार रुपये दिए जाएं और उनके ऑटो की किस्तें नवंबर तक न ली जाएं। ऑटो चालकों का कहना था कि अब सरकार ही उनकी रोजी-रोटी का प्रबंध करे क्योंकि लॉकडाउन ने आर्थिक रूप से उनकी कमर तोड़ कर रख दी है। अब वे अपने परिवार का पेट भरने में असमर्थ हैं। उन्होंने मांगें न माने जाने पर मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह का घेराव करने की चेतावनी दी।
इस रैली में बड़ी संख्या में ऑटो चालकों ने हिस्सा लिया। उनका कहना था कि कोरोना वायरस संकट के दौरान लगे लॉकडाउन ने उनकी रोजी-रोटी छीन ली है। वे लोग बैंक से लोन लेकर लिए गए ऑटो की किस्त भी नहीं दे पा रहे हैं जिस कारण बैंक बाउंसर भेजकर आटो उठवा ले रहे हैं। सरकार ने उन्हें दो सवारियों के साथ ऑटो चलाने की अनुमति दी है कि जो कि काफी नहीं है। ऑटो चालकों का कहना था कि वह 1 मई को एडीसी जसबीर सिंह और 14 मई को एसडीएम जयइंद्र सिंह के अलावा मुख्यमंत्री पंजाब को दो पत्र लिख चुके हैं लेकिन सरकार की कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है।
बाद में ऑटो वालों ने एक मांग पत्र डीसी वरिंदर कुमार शर्मा को सौंपा। मांग पत्र सौंपने वालों में भगत सिंह ऑटो यूनियन के प्रधान रंजीत सिंह, जनरल सेक्रेटरी राकेश वर्मा, सुरिंदर कुमार कैशियर, यश प्रभाकर (उप प्रधान), रविंदर कुमार, इंद्रजीत, गुड्डू राम, सुखजिंदर सिंह, कुलविंदर सिंह, गुरमीत सिंह आदि शामिल थे।