निगम यूनियनों ने ठेकेदारी प्रथा का जताया विरोध
नगर निगम की ड्राइवर एंड टेक्निकल वर्कर्स यूनियन समेत अन्य यूनियनों ने ठेकेदारी प्रथा का एक बार फिर विरोध किया है। यूनियनों ने निगम प्रशासन को चेतावनी दी है कि स्मार्ट सिटी के फंड से खरीदी गई सीवर जेटिग मशीनों को चलाने के लिए ठेके पर मुलाजिम रखने के बजाए पक्की भर्ती की जाए।
जागरण संवाददाता, जालंधर : नगर निगम की ड्राइवर एंड टेक्निकल वर्कर्स यूनियन समेत अन्य यूनियनों ने ठेकेदारी प्रथा का एक बार फिर विरोध किया है। यूनियनों ने निगम प्रशासन को चेतावनी दी है कि स्मार्ट सिटी के फंड से खरीदी गई सीवर जेटिग मशीनों को चलाने के लिए ठेके पर मुलाजिम रखने के बजाए पक्की भर्ती की जाए।
नगर निगम ड्राइवर यूनियन एंड लंगर कमेटी ने कहा है कि अगर पक्की भर्ती ना की गई तो वह यह मशीनरी नहीं चलने देंगे और कूड़ा उठाने का काम बंद कर देंगे। वहीं ड्राइवर एंड टेक्निकल यूनियन के नेता शम्मी लूथर ने कहा कि ठेकेदारी प्रथा के मुद्दे पर एक साथ हैं लेकिन अभी हड़ताल पर कोई फैसला नहीं है। शहर और लोगों की जिम्मेदारी मुलाजिमों पर है और एक दम से इस पर फैसला नहीं लिया जा सकता। इस मुददे पर पहले अफसरों से बात करेंगे और अगर कोई नतीजा नहीं निकलता है तभी अगली रणनीति बनाई जा सकती है। मीटिग के कारण कूड़ा लिफ्टिग में देरी हुई
अन्य यूनियन के प्रधान मनीश बाबा ने कहा है कि निगम में कूड़ा उठाने वाली प्राइवेट गाड़ियों को भी बंद किया जाना चाहिए। वहीं यूनियनों की मीटिग से कूड़ा उठाने के काम में देरी हुई। करीब 4 घंटे तक डंप कूड़े से भरे रहे। करीब 12 बजे कूड़ा उठाने का काम शुरू हुआ।