Move to Jagran APP

सिविल अस्पताल में खून की दलाली करती पकड़ी आशा वर्कर

गुलाब देवी अस्पताल ब्लड बैंक में ब्लड स्कैंडल के बाद खूनदान करने वाली संस्थाओं ने एक आशा वर्कर को खून की दलाली करते हुए पकड़ा है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 20 Sep 2018 01:02 PM (IST)Updated: Thu, 20 Sep 2018 01:02 PM (IST)
सिविल अस्पताल में खून की दलाली करती पकड़ी आशा वर्कर
सिविल अस्पताल में खून की दलाली करती पकड़ी आशा वर्कर

जागरण संवाददाता, जालंधर : गुलाब देवी अस्पताल ब्लड बैंक में ब्लड स्कैंडल के बाद खूनदान करने वाली संस्थाओं ने एक आशा वर्कर को खून की दलाली करते हुए पकड़ा है। हालाकि हंगामा होने पर आशा वर्कर ने पैसे वापस लौटा दिए थे। संस्था ने उसे पहले अस्पताल प्रशासन और उसके बाद थाना नंबर 4 पुलिस को सौंप दिया। हिंदूस्तान वेलफेयर ब्लड डोनर्स क्लब व डॉ. बीआर आबेडकर ब्लड डोनर्स एसोसिएशन ने मामले की जाच के लिए थाना चार में शिकायत दी है। हालाकि खून खरीदने वाले ने शिकायत देने से हाथ पीछे खींच लिए हैं। अस्पताल में ब्लड बैंक के ब्लड ट्रासफ्यूजन ऑफिसर (बीटीओ) डॉ. गगनदीप सिंह ने मौके पर मामले की जाच पड़ताल की।

loksabha election banner

हिंदूस्तान वेलफेयर ब्लड डोनर्स क्लब के प्रधान विनीत पुरी और डॉ. बीआर आबेडकर ब्लड डोनर्स एसोसिएशन के प्रधान जतिन मट्टू ने बताया कि दोपहर में उनका एक साथी पुनीत ढींगरा सिविल अस्पताल की इमरजेंसी में चोट लगने के बाद पट्टी करवाने गए थे। वहा जालंधर छावनी निवासी सुशात सरकार जच्चा-बच्चा वार्ड में दाखिल पत्‍‌नी कुसुम के प्रसव के बाद खून लेने के लिए भटक रहे थे। पूछने पर उन्होंने बताया कि एक आशा वर्कर एक यूनिट खून के लिए 1500 रुपये उससे ले गई है परंतु अभी तक खून लेकर आने की कोई सूचना नहीं दी और फोन भी बंद है।

इसके बाद दोनों जच्चा-बच्चा वार्ड पहुंचे और वहा तैनात स्टाफ से भी फोन करवाया। इस दौरान आशा वर्कर सुनीता पत्‍‌नी तरुणदीप निवासी गुरु नानकपुरा वहा पहुंची। जब उससे खून के बारे में पूछा तो उसने पैसे वहा फेंक दिए और ब्लड न मिलने की बात कही। संस्थाओं ने अस्पताल में खून के कारोबार को लेकर मामले की जाच करवाने के लिए पुलिस को शिकायत देने की बात कही है। आशा वर्कर बोली, खून महंगा मिलता है

सुशात सरकार ने बताया कि उनकी पत्‍‌नी कुसुम के प्रसव के बाद डॉक्टर ने खून चढ़ाने के लिए कहा। खून न मिलने पर वहा मौजूद आशा वर्कर सुनीता ने खून दिलवाने की बात कही। खून के लिए दो हजार रुपये मागे और बाद में 1500 रुपये में राजी हो गई। इसके बाद उन्होंने अपने दोस्त से पैसे मंगवाकर उसे दिए थे।

झुग्गी से लेकर आना था डोनर

आशा वर्कर सुनीता ने बताया कि उनके इलाके में ओ पॉजिटिव ब्लड ग्रुप वाले झुग्गी में रहने वाले गरीब ने पैसे लेकर खूनदान करने की बात कही थी। उसको पैसे देकर सिविल अस्पताल के ब्लड बैंक से खून दिलवाना था। वह झुग्गी गई थी पर वहा आदमी न मिलने के बाद लौट आई और पैसे लौटा दिए। सुनीता ने बताया कि वह महिला मरीज क्त्राति का प्रसव करवाने के लिए अस्पताल आई थी। इससे पहले उसने कभी किसी से खून दिलवाने के लिए पैसे नही मागे । गायनी वार्ड में जारी सात यूनिट खून

अस्पताल के ब्लड बैंक के बीटीओ डॉ. गगनदीप सिंह ने बताया कि मौके पर ईएमओ डॉ. राज कुमार बद्धन ने जाच की। आशा वर्कर, संस्थाओं व खून लेने के लिए पैसे देने के बयान कलमबद्ध कर लिए गए हैं। रिपोर्ट तैयार कर अस्पताल के कार्यकारी एमएस डॉ. त्रिलोचन सिंह को दी जाएगी। उन्होंने बताया कि बुधवार को ब्लड बैंक से गायनी वार्ड में खून के सात यूनिट जारी किए हैं। इनमें से एक यूनिट सुशात सरकार की पत्‍‌नी कुसुम को भी जारी हुआ है। आशा वर्कर की ओर से खून के लिए 1500 रुपये लेने के बारे में कोई शिकायत नही मिली है। इस संबंध में डॉक्टरों से संपर्क किया गया था। उन्होंने पहले अपने स्तर पर जाच करने की बात कही है। फिलहाल, महिला को जाने दिया गया है।

-सुखदेव सिंह, एसएचओ थाना चार।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.