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जालंधर से रहा है जेटली का गहरा नाता, 2007 की जीत में कारगर रही थी उनकी रणनीति

2007 में अकाली दल भाजपा की पंजाब में वापसी के पीछे अरुण जेटली की रणनीति ही कारगर रही थी। उस समय वे पंजाब के प्रभारी थे और लगातार जालंधर विजिट करते रहे।

By Edited By: Published: Sun, 25 Aug 2019 02:37 AM (IST)Updated: Sun, 25 Aug 2019 09:54 AM (IST)
जालंधर से रहा है जेटली का गहरा नाता, 2007 की जीत में कारगर रही थी उनकी रणनीति
जालंधर से रहा है जेटली का गहरा नाता, 2007 की जीत में कारगर रही थी उनकी रणनीति

जागरण संवाददाता, जालंधर। देश के पूर्व वित्त मंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता अरुण जेटली का जालंधर से भी खास नाता रहा है। 2007 में अकाली दल-भाजपा की पंजाब में वापसी के पीछे अरुण जेटली की रणनीति ही कारगर रही थी। उस समय वे पंजाब के प्रभारी थे और लगातार जालंधर विजिट करते रहे। साल 2007 में जब पंजाब में अकाली-भाजपा सरकार सत्ता में आई तो अरुण जेटली ने भाजपा के तेजतर्रार नेता मनोरंजन कालिया को भाजपा विधायक दल का नेता बनाया और साथ ही पंजाब सरकार में उन्हें लोकल बॉडी मंत्री के रूप में स्थापित किया। यह वह दौर था जब पंजाब के शहरों में विकास कार्य तेजी से हुए थे।

पूर्व मंत्री मनोरंजन कालिया ने कहा कि देश ने एक बेहतरीन इंसान, नेता, सांसद और राजनीति का चाणक्य खो दिया है। पंजाब में अकाली-भाजपा गठबंधन अच्छे तरीके से चलने के पीछे अरुण जेटली का बड़ा योगदान रहा है। पंजाब भाजपा के जनरल सेक्रेटरी राकेश राठौर को अरुण जेटली के साथ काम करने का लंबा मौका मिला। राकेश राठौड़ पंजाब के महासचिव होने के साथ-साथ माझा के इंचार्ज होने के कारण अमृतसर सीट पर अरुण जेटली के साथ बराबर सक्रिय रहे।

सीनियर भाजपा नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय सांपला को तो 5 साल केंद्र सरकार में अरुण जेटली के साथ काम करने का मौका मिला। पूर्व विधायक केडी भंडारी पूर्व जिला प्रधान रमेश शर्मा समेत जालंधर के कई बड़े नेता अरुण जेटली के अनुभव का फायदा लेते रहे हैं। अरुण जेटली वित्त मंत्री रहते लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी भी आए और विद्यार्थियों के साथ देश की राजनीति और आर्थिक स्थिति पर चर्चा की।

जेटली के निधन से पार्टी ने अनुभवी नेता खोया : भगत

वित्त मंत्री अरुण जेटली के निधन से भाजपा व देश ने एक अनुभवी व अग्रणीय सोच रखने वाला नेता खो दिया है। वे भले ही आज हमारे बीच नहीं रहे लेकिन उनकी सोच व मार्गदर्शन हमेशा हमारा मार्गदर्शन करता रहेगा। उक्त बातें पूर्व निकाय मंत्री भगत चूनी लाल व प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष मो¨हदर भगत ने कही। चूनी भगत ने बताया कि वे 2002 में जेटली जी के संपर्क में आए और उनके मार्गदर्शन से जालंधर वेस्ट हलके के विधायक, निकाय व जंगलात मंत्री तक कार्यकाल पूरा किया। उन्होंने बताया कि 2014 में वित्तमंत्री बनने के बाद जेतली ने अमृतसर में प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान भी उन्हें पूरे मान-सम्मान के साथ वहां बुलाया। उधर, जिला प्रधान रमन पब्बी, वेस्ट भाजपा की तरफ से पाषर्द वरेश मिन्टू, पार्षद पति विनीत धीर, रुतेश निहंग, प्रभदयाल, अमित लूधरा, एडवोकेट सुरेन्द्र मोहन, अमित संधा, राजीव ढींगरा व अन्यों ने अरुण जेटली के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।

 

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