मुस्लिम नेताओं की अपील, घर में अदा करें नमाज, गले मिलकर नहीं हाथ जोड़कर दें बधाई
पिछले वर्ष की तरह इस बार भी ईद उल फितर का पर्व सरकारी बंदिशों के बीच मनाया जाएगा।
जागरण संवाददाता, जालंधर : पिछले वर्ष की तरह इस बार भी ईद उल फितर का पर्व सरकारी बंदिशों के बीच मनाया जाएगा। इसके लिए मुस्लिम नेताओं ने भाईचारे को कोविड-19 संबंधी सरकारी निर्देशों की पालना करने की अपील की है। इस बार गले मिलने की बजाय हाथ जोड़कर एक दूसरे को ईद की बधाई देने की हिदायत दी गई है। हाजी आबिद सलमानी बताते हैं कि कोविड-19 की वजह से इस बार एक दूसरे के घर जाने की बजाय इंटरनेट मीडिया के माध्यम से ईद की बधाई दे सकते हैं। संक्रमण के चलते एक दूसरे के गले मिलने की बजाय हाथ जोड़कर ईद की बधाई दें। उन्होंने घर से बाहर जाने के बजाय परिवार में रहकर ही ईद की नमाज अदा करने का आह्वान किया। सलमानी ने कहा कि परंपरा के मुताबिक बहन, बेटियों व उनके ससुराल में ईद के रूप में दिए जाते समान की खरीदारी भी पहले से ही कर लेनी चाहिए। घर से एक सदस्य जाकर ही सामान खरीदें।
पंजाब अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य व मुस्लिम नेता नासिर सलमानी बताते हैं कि ईद उल फितर पर इस बार एक दूसरे को उपहार देने के बजाय भावनाओं के इजहार के साथ शुभकामनाएं दें। ईद का त्योहार मनाने के साथ-साथ अपनी व अपने आसपास के समाज के स्वास्थ्य को लेकर सजग रहना होगा। सलमान ने कहा कि खुदा की उपस्थिति हर पल हर कण में मौजूद है। इसके लिए घर में रहकर भी खुदा की इबादत करना संभव है। किस बात को समझते हुए पूर्ण रूप से सुरक्षा को प्रमुख रखते हुए इस पवित्र त्योहार को मनाना बेहतर होगा। मस्जिदों के बाहर लगेंगे बाजार, संभलकर करें खरीदारी
आल इंडिया जमात ए सलमानी बिरादरी के प्रदेश चेयरमैन अख्तर सलमानी बताते हैं कि ईद को लेकर मस्जिदों के बाहर बाजार लगाए जाएंगे। वहां एहतियात के साथ खरीदारी करनी होगी। उन्होंने ईद पर एक-दूसरे को उपहार देने से परहेज करने का आह्वान किया।