जालंधर के हजारों युवा बने एंटी स्टबल बर्निंग कैंपन के अंबेसडर, किसानाें को कर रहे जागरूक Jalandhar News
गांव शेखे शाहकोट लोहियां आदमपुर व गाखल धालीवाल के सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को तरफ से जागरूकता रैली निकाल किसानों को पराली न जलाने के लिए जागरूक किया।
जालंधर, जेएनएन। जालंधर भर के ग्रामीण क्षेत्रों के हजारों स्कूली छात्र पराली न जलाकर पर्यावरण के बचाव के लिए किसानों को जागरूक करने के लिए पंजाब सरकार के एंटी स्टबल बर्निंग अभियान के अंबेसडर बने हैं। पंजाब को साफ, हरा भरा और प्रदूषण मुक्त बनाने का संदेश देने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में पढ़ने वाले हजारों छात्रों ने अपने-अपने स्कूलों में आयोजित एंटी स्टबल बर्निग रैलियों में भाग लिया। यह कदम पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में राज्य सरकार की ऐतिहासिक पहल का हिस्सा है, जिसने राज्य में पराली को जलाने को काफी कम किया है। राज्य सरकार द्वारा जिले भर के स्कूलों के छात्रों को शामिल करने के पहल है जो किसानों में जागरूकता लाने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती है।
इस क्रम में गांव शेखे, शाहकोट, लोहियां, आदमपुर व गाखल धालीवाल के सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को तरफ से जागरूकता रैली निकाल किसानों को पराली न जलाने के लिए जागरूक किया। ग्रामीण क्षेत्रों में प्राथमिक, मिडल, हाई और सीनियर सेकेंडरी स्कूलों के विद्यार्थियों, दोनों सरकारी और प्राईवेट स्कूलों के विद्यार्थियों ने शुक्रवार सुबह 9 से 10 बजे तक आयोजित जागरूकता रैलियों में भाग लिया। इन रैलियों के दौरान छात्रों को मिटटी और पर्यावरण को पराली जलाने से होने वाले नुकसान के बारे में बताया गया।
छात्रों ने शुरू किया जागरूकता अभियान
किसानों को प्राकृतिक संसाधनों हवा, जल और मिट्टी के बचाव के लिए शिक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस दौरान छात्रों को दीवाली के दौरान पटाखे जलाने से होने वाले नुकसान के बारे में भी शिक्षित किया गया।