आतंकियों से जुड़े इंजीनियरिंग का कश्मीरी छात्र गिरफ्तार, डेरा बस्सी में पढ़ता है
पंजाब पुलिस ने आतंकी संगठन से जुड़े इंजीनियरिंब के एक और छात्र को गिरफ्तार किया है। यह जालंधर के इंजीनियरिंग कॉलेज से पकड़े गए छात्रों से जुड़ा हुआ था।
जेएनएन, जालंधर। कश्मीर में सक्रिय आतंकी संगठन अंसार-गजावत-उल-हिंद के एक और सदस्य दानिश रहमान सोफी को जालंधर पुलिस ने जम्मू-कश्मीर से गिरफ्तार किया है। नूरपुर अवंतीपोर, पुलवामा का रहने वाला दानिश डेरा बस्सी (मोहाली) के यूनिवर्सल कॉलेज में बीटेक अंतिम वर्ष का छात्र है। उसे गिरफ्तार कर जालंधर लाया गया है। पुलिस ने उसे अदालत में पेश कर दस दिन के रिमांड पर लिया है।
बता दें कि सीटी इंस्टीट्यूट से हथियारों व विस्फोटक के साथ पकड़े गए तीन कश्मीरी छात्रों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस लगातार छापे मार रही है। दानिश तीन साल से पंजाब में रह रहा है और वह श्रीनगर से गिरफ्तार किए गए सोहेल के साथ सीधे संपर्क में था। इन दिनों अपने किसी लक्ष्य को पूरा करने के लिए श्रीनगर में रह रहा था। पिछले दिनों सोहेल की गिरफ्तारी के बाद पुलिस की पूछताछ में कई नाम आए थे जिनमें से एक दानिश का था। दो दिन से पुलिस उसकी तलाश में थी।
उल्लेखनीय है कि दैनिक जागरण ने पहले ही खुलासा किया था आतंकी मूसा ने पंजाब में आतंक का जाल बुनने के लिए शिक्षण संस्थाओं को अपना अड्डा बना रखा है। वहीं इंजीनियरिंग के छात्रों को उठाए जाने का भी खुलासा किया था जिनमें से एक की तो पुलिस ने वीरवार को गिरफ्तारी दिखा दी, दूसरे की गिरफ्तारी भी जल्द ही दिखा दी जाएगी।
पंजाब में हथियार लाने में निभा रहा था अहम भूमिका
दानिश भी रफीक बट्ट और उसके साथियों की तरह सिर्फ कोरियर की तरह काम कर रहा था। उसका काम पंजाब में आने वाले हथियारों या अन्य सामान को बताए गए पते पर पहुंचाना था। पुलिस ने जो एके-56 और विस्फोटक सामग्री बरामद की है, उसे पंजाब में लाने में भी उसकी भूमिका हो सकती है। पुलिस उससे रिमांड के दौरान इस बारे में जानकारी हासिल करने का प्रयास करेगी। दूसरी एके-56 भी पंजाब के किसी शहर में मौजूद होने की भनक लगने के बाद पुलिस दानिश से इस बारे में भी पूछताछ करेगी।
मोबाइल व लैपटॉप जब्त
दानिश हथियारों के साथ साथ कंप्यूटर की भी पूरी जानकारी रखता है। यह खुलासा सोहेल और बट्ट की गिरफ्तारी के बाद हुआ। दानिश को गिरफ्तार कर पुलिस ने उसका मोबाइल और लैपटॉप भी जब्त कर लिया है। इसकी फारेंसिक जांच करवाई जाएगी और पता किया जाएगा कि दानिश किस किस के संपर्क में था। उसको शरण देने वालों के बारे में भी पता लगाया जा रहा है।