बच्चों ने युवाओं को दिया अवैध रूप से विदेश न जाने का संदेश
संत फ्रांसिस कॉन्वेंट स्कूल का वार्षिक समारोह मैनेजर सिस्टर लिसेट एवं सिस्टर निर्मल जोश की अध्यक्षता में करवाया गया। बच्चों ने पंजाबी कोरियोग्राफी पेश की।
संवाद सहयोगी, करतारपुर : सेंट फ्रांसिस कॉन्वेंट स्कूल में वार्षिक समारोह मनाया गया। समारोह में मैनेजर सिस्टर लिसेट और सिस्टर निर्मल जोश ने अध्यक्षता की। इस दौरान बच्चों ने पंजाबी कोरियोग्राफी पेशकर पंजाब के युवकों को अवैध रूप से विदेश न जाने का संदेश दिया। इस दौरान समारोह में उपस्थित बच्चों के अभिभावक भावुक हो गए और सारा पंडाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
कार्यक्रम के मुख्य मेहमान एसडीएम जालंधर आईएएस राहुल सिद्धू थे, जबकि गेस्ट ऑफ ऑनर चरणजीत सिंह का बच्चों ने मधुर बैंड की धुन के साथ स्वागत किया और फूलों के बुके भेंट किए। मैनेजर सिस्टर लिसेट एवं प्रिसिपल सिस्टर निर्मल जोश ने मुख्य मेहमान के साथ ज्योति प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
कार्यक्रम का आगाज छात्रों ने प्रभु वंदना के साथ किया। इसके बाद नर्सरी, एलकेजी, यूकेजी विग के बच्चों ने पंजाबी और हिदी गीतों पर नृत्य पेश किया। प्राइमरी विग के विद्यार्थियों ने अपने एब्ल्यूशन डांस, फेस्टिवल डांस प्रस्तुत किया।
बच्चों ने डांस पेश कर लोगों को तंदुरुस्त रहने के लिए योगा करने को प्रेरित किया। अंग्रेजी लघु नाटिका के माध्यम से संदेश दिया कि संसार में सभी व्यक्ति महान होते हैं। कोई भी किसी से कम नहीं होता। इसके अलावा समूह गान पेश करते हुए अनेकता में एकता का संदेश दिया। इस दौरान क्रिसमिस की शुभकामनाएं भी दीं। अंत में मेधावी विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया। प्रिसिपल ने बच्चों को जीवन में लक्ष्य निधार्रित करने को प्रेरित किया। इस अवसर पर वाइस प्रिसिपल सिस्टर जोली, सिस्टर शांति, सिस्टर डालिया, प्रिसिपल स्पेशल स्कूल, स्कूल का स्टाफ और विद्यार्थी उपस्थित थे। अंत में प्रिसिपल सिस्टर निर्मल जोश ने आए सभी मेहमानों, अभिभावकों का धन्यवाद किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।
प्रिसिपल को डायसिस ऑफ जालंधर ने दिया बेस्ट प्रिसिपल का अवॉर्ड: सेंट फ्रांसिस स्कूल की प्रधानाचार्य सिस्टर निर्मल जोश को डायसिस ऑफ जालंधर की तरफ से 2018-19 के लिए बेस्ट प्रिसिपल के पुरस्कार के साथ सम्मानित किया गया।
पर्यावरण बचाने का दिया संदेश : बच्चों ने छोटी सी नाटिका के माध्यम से देश को स्वच्छ रखने का संदेश दिया। नाटिका के माध्यम से बच्चों ने पानी की एक-एक बूंद बचाने ,वृक्ष न काटने और अपने आसपास गंदगी न फैलाने का संदेश दिया।