Sanskarshala: प्रिंसिपल कंचन मल्होत्रा का संदेश, इंटरनेट मीडिया पर अनावश्यक बहस का हिस्सा न बनें स्टूडेंट्स
अमृतसर में रेयान इंटरनेशनल की प्रिंसिपल कंचन मल्होत्रा का कहना है कि आजकल लोग फेसबुक व्हाट्सएप सहित कई आनलाइन प्लेटफार्म पर अनावश्यक बहस का हिस्सा बन जाते हैं। इससे सामाजिक तानाबाना भी प्रभावित होता है। विद्यार्थियों को इससे बचना चाहिए।
इंटरनेट मीडिया हर व्यक्ति के लिए जरूरी हो गया है। इंटरनेट मीडिया के जहां कुछ लाभ हैं तो कुछ नुकसान भी हैं। इंटरनेट मीडिया का प्रयोग करते समय सतर्कता बरतना बहुत जरूरी है। हमें अनावश्यक बहस का हिस्सा बनने से बचना चाहिए अन्यथा यह आपके नुकसान के लिए भी जिम्मेदार हो सकती है।
आजकल लोग फेसबुक, व्हाट्सएप सहित कई आनलाइन प्लेटफार्म पर अनावश्यक ज्ञान बांटते हैं और बहस का हिस्सा बन जाते हैं। इससे सामाजिक तानाबाना भी प्रभावित होता है और व्यक्ति अनावश्यक दुश्मनी भी मोल ले लेता है। समाज में कई ऐसी घटनाएं घटित हो रही हैं जो इंटरनेट मीडिया पर अनावश्यक बहस के कारण उपजी हैं। इसलिए इंटरनेट मीडिया का प्रयोग सावधानीपूर्वक करें।
जरूरी नहीं कि इंटरनेट मीडिया तनाव की स्थिति ही पैदा करे बल्कि अगर इसे सकारात्मक रूप से लिया जाए तो यह सामाजिक विकास में भी अपना पूर्ण योगदान दे रहा है। कई व्यवसायों को बढ़ाने में भी मदद कर रहा है। इंटरनेट मीडिया मार्केटिंग जैसे साधन प्रदान करता है जो लाखों सशक्त ग्राहकों तक पहुंचता है। हम आसानी से इंटरनेट मीडिया के माध्यम से जानकारी और समाचार प्राप्त कर सकते हैं।
किसी भी सामाजिक कारण के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए इंटरनेट मीडिया का उपयोग एक अच्छे साधन के रूप में किया जा सकता है। इच्छुक नौकरी तलाशने वालों को भी इससे सहायता मिलती है। यह व्यक्तियों को बिना किसी हिचकिचाहट के दुनिया के साथ सामाजिक विकास और बातचीत करने में मदद कर सकता है। बहुत से लोग उच्च अधिकारियों के प्रोत्साहित भाषण को सुनने के लिए इंटरनेट मीडिया का उपयोग करते हैं। यह आपको लोगों से मेल-जोल बढ़ाने में भी मदद कर सकता है।
इंटरनेट मीडिया लोगों में निराशा और चिंता पैदा करने वाला एक कारक है। ये बच्चों में खराब मानसिक विकास का भी कारण बनता जा रहा है। इंटरनेट मीडिया का अत्यधिक उपयोग निद्रा को प्रभावित करता है।
साइबर बुलिंग, छवि खराब होना आदि जैसे कई अन्य नकारात्मक प्रभाव भी हैं। इंटरनेट मीडिया की वजह से युवाओं में गुम हो जाने का भय अत्यधिक बढ़ गया है। युवाओं को इंटरनेट मीडिया का इस्तेमाल संयम से करना चाहिए। आभासी दुनिया में जाने से पहले आप स्वयं को सुरक्षित करें। अपने बारे में अनावश्यक जानकारी देने से गुरेज करें। जहां तक हो सके बहस का हिस्सा न बनें और शब्दों पर नियंत्रण बहुत जरूरी है।
-कंचन मल्होत्रा, प्रिंसिपल रेयान इंटरनेशनल स्कूल, अमृतसर।