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अमृतसर में फिर भड़का कोरोना, 18 दिन बाद बने 7 माइक्रो कंटेनमेंट जोन, बिना मास्क के घूमते मिले लोग

Amritsar Corona Update अमृतसर में कोरोना महामारी की दूसरी लहर इतनी शक्तिशाली ढंग से क्यों बढ़ी स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद संक्रमितों की मृत्यु दर क्यों नहीं थम रही इसका सबसे बड़ा कारण कोरोना संबंधी नियमों का पालन न करना है।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Mon, 24 Jan 2022 05:50 PM (IST)Updated: Mon, 24 Jan 2022 05:50 PM (IST)
अमृतसर में फिर भड़का कोरोना, 18 दिन बाद बने 7 माइक्रो कंटेनमेंट जोन, बिना मास्क के घूमते मिले लोग
अमृतसर के रंजीत एवेन्यू में माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए जाने के बाद भी लापरवाही दिखाते हुए लोग।

जागरण संवाददाता, अमृतसर। पिछले साल दिसंबर के अंत तक शांत हो चुका कोरोना वायरस नए साल अचानक भड़का। देखते ही देखते संक्रमितों की संख्या में अप्रत्याशित ढंग से वृद्धि होती चली गई। कोरोना महामारी की दूसरी लहर इतनी शक्तिशाली ढंग से क्यों बढ़ी, स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद संक्रमितों की मृत्यु दर क्यों नहीं थम रही, इसका सबसे बड़ा कारण कोरोना संबंधी नियमों का पालन न करना है। शहर के कोने-कोने में कोरोना का प्रसार हो चुका है। इसी बीच जिला प्रशासन ने 5 जनवरी के बाद अब जिले में सात नए माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए हैं। अफसोसनाक पक्ष यह है कि इन जोनों में भी कोरोना नियमों का पालन नहीं हो रहा।

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रंजीत एवेन्यू स्थित ए ब्लाक में प्रशासन ने माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाया है। यहां लोग बेपरवाह होकर बाहर घूम रहे हैं। मुंह पर मास्क नहीं हैं। न ही पुलिस तैनात की गई है और न ही बाहरी लोगों को अंदर जाने से रोकने के लिए बैरीकेडिंग है। नियमानुसार माइक्रो कंटेनमेंट जोन में लोहे के बेरिकेड लगे होने चाहिए। माइक्रो कंटेनमेंट जोन में बेवजह किसी भी व्यक्ति को घर से बाहर निकलने की आज्ञा नहीं होती। बहुत जरूरी होने पर ही बाहर निकला जा सकता है। ठीक ऐसी ही स्थित बसंत एवेन्यू में दिखाई दी है। इतना जरूरी है कि स्वास्थ्य विभाग की टीमें माइक्रो कंटेनमेंट जोन में रहने वाले लोगों के कोविड टेस्ट कर रही है।

यहां बताना जरूरी है कि 2021 में कोरोना की दूसरी लहर की शुरूआत के बाद केंद्रीय टीम अमृतसर पहुंची थी। टीम शामिल आल इंडिया इंस्टीट्यूट आफ पब्लिक हेल्थ के डायरेक्टर डा. आरएन सिन्हा, पीजीआइ के प्रोफेसर डा. आशुतोष ने कोरोना मरीजों का उपचार कर रहे अस्पतालों का जायजा लिया था। वहीं कंटेनमेंट व माइक्रो कंटेनमेंट जोन में पहुंचकर समीक्षा की थी। उस वक्त जोन बनाने के बाद पुलिस व प्रशासन ने काफी सख्ती की थी। इसके बावजूद भी लोग कोरोना नियमों का पालन नहीं करते दिखाई दिए थे।


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