सूर्या एंक्लेव की दीवार तुड़वाकर रास्ता कालिया ने दिलवाया था, बेरी भी उसी राह पर
जब सूर्या एंक्लेव के पीड़ित आवंटी कांग्रेस विधायक रा¨जदर बेरी से मिलने उनके ऑफिस पहुंचे। दूसरी ओर पूर्व स्थानीय निकाय मंत्री मनोरंजन कालिया ने आरोपों को नकार दिया है। उनका कहना है कि उनकी इस मामले में कोई भूमिका नहीं है।
जागरण संवाददाता, संवाददाता : सूर्या एंक्लेव की सुरक्षा दीवार को तीन स्थानों से ध्वस्त कर अवैध बताई जा रही निजी कॉलोनी के लिए रास्ते तत्कालीन स्थानीय निकाय मंत्री भाजपा नेता मनोरंजन कालिया ने दिलाए थे। उसमें बने मकानों के नक्शे नगर निगम के टाउन प्ला¨नग विभाग ने पास किए थे। इस बात का खुलासा वीरवार को उस समय हुआ जब सूर्या एंक्लेव के पीड़ित आवंटी कांग्रेस विधायक रा¨जदर बेरी से मिलने उनके ऑफिस पहुंचे। दूसरी ओर पूर्व स्थानीय निकाय मंत्री मनोरंजन कालिया ने आरोपों को नकार दिया है। उनका कहना है कि उनकी इस मामले में कोई भूमिका नहीं है।
आवंटियों को विधायक बेरी ने बताया कि निजी कॉलोनी बनाने वाला कॉलोनाइजर एक दिन पहले ही उन्हें कोर्ट के आदेश व कॉलोनी में बने मकानों के निगम की ओर से पास नक्शे दे गया है। कॉलोनाइजर ने दावा किया है कि कालिया ने उन्हें रास्ता दिलवाया है, वे उसे क्यों बंद कराना चाहते हैं? विधायक ने आवंटियों को दो टूक कहा कि वे किसी के घर को जाने वाला रास्ता नहीं रोक सकते हैं। दैनिक जागरण ने 17 मई के अंक में इंप्रूवमेंट ट्रस्ट का जो ले आउट प्लान प्रमुखता से प्रकाशित किया है, उसमें निजी कॉलोनी के लिए रास्ते का कोई रिकार्ड ही नहीं है।
गौरतलब है कि नगर निगम के कमिश्नर बसंत गर्ग के आदेश पर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के ईओ राजेश चौधरी ने विभाग की इंजीनिय¨रग टीम व ड्राफ्ट्समैन के साथ सूर्या एंक्लेव का निरीक्षण किया था। मौके का निरीक्षण करने के बाद उन्होंने माना था कि सूर्या एंक्लेव की पेयजल व सीवरेज लाइन से निजी कॉलोनी को पेयजल व सीवरेज लाइन अवैध रूप से डाली गई है, इंजीनिय¨रग विभाग की रिपोर्ट लेकर वे अवैध कनेक्शनों को बंद कराएंगे, लेकिन इंजीनिय¨रग विभाग ने अब तक रिपोर्ट नहीं दी है। ट्रस्ट के अधिकारियों की टालमटोल के बाद आखिरकार सूर्या एंक्लेव के आवंटी बड़ी उम्मीद के साथ कांग्रेस विधायक रा¨जदर बेरी से वीरवार सुबह उनके ऑफिस में मिलने पहुंचे थे, लेकिन वहां जिस प्रकार से जवाब मिला उससे उनमें निराशा व हताशा हाथ लगी।
आवंटियों का कहना था कि इस पूरे मामले से साफ हो गया है कि जो नेता लोगों की भलाई का वादा कर उनसे वोट ले गए, सूर्या एन्क्लेव की समस्या उन्हीं की दी हुई है। अब उन्हें अधिकारियों से भी न्याय मिलने की उम्मीद नहीं दिखाई देती है क्योंकि अधिकारी भी नेताओं के दबाव में ही काम कर रहे हैं। अगर ऐसा नहीं होता तो अब तक कार्रवाई हो जाती। विधायक से मिलने पहुंचे आवंटियों में राजीव धमीजा, संजीव धवन, रमन ¨जदल, पवन गुप्ता, खेमचंद नारंग, अजय कालिया, रमेश चंद्र, विनोद शर्मा, राजकुमार, प्रवीन कुमार, राकेश शर्मा, रंजीत ¨सह, मुकेश, सतीश सोनी, संतोष पांडेय, प्रवीन मेहरा, राजीव शर्मा, धर्मेन्द्र कुमार आदि शामिल थे।
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मेरे पास सूर्या कॉलोनी के आवंटी आए थे, उससे पहले कॉलोनी बनाने वाला मुझे डॉक्यूमेंट दे गया है। कॉलोनी में बने नक्शे सही पास हुए हैं या गलत ये तो नहीं पता, लेकिन निगम ने ही नक्शे पास किए हैं, नक्शे पास किए हैं तो उन्हें रास्ता तो निगम को देना ही पड़ेगा।
-रा¨जदर बेरी, विधायक।
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किसी कॉलोनी को रास्ता देना या दिलाना मंत्री के रूप में ये काम मेरा नहीं था। नक्शे पास करना निगम का काम है। घरों को रास्ता देना भी निगम का काम है। मेरी इस पूरे मामले में कोई भूमिका नहीं है।
-मनोरंजन कालिया, पूर्व मंत्री व भाजपा नेता।