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सरकार व प्रशासन से हताश गिन्नीज बुक में नाम दर्ज कराने वाला अकाश मलकाणा, पेंसिल पर बना चुका है रेलवे इंजन

गिन्नीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज करवाने वाले कलाकार आकाश प्रशासन पंजाब सरकार व एसजीपीसी से हताश है। आकाश ने कहा कि गिन्नीज बुक में नाम दर्ज कराने पर भी न तो पंजाब सरकार ने ही उनको सम्मानित किया और न ही जिला प्रशासन ने।

By Vinay KumarEdited By: Published: Wed, 18 May 2022 01:56 PM (IST)Updated: Wed, 18 May 2022 01:56 PM (IST)
सरकार व प्रशासन से हताश गिन्नीज बुक में नाम दर्ज कराने वाला अकाश मलकाणा, पेंसिल पर बना चुका है रेलवे इंजन
अकाश मलकाणा सरकार व प्रशासन से हताश है।

गुरप्रेम लहरी, मलकाणा/बठिंडा। गिन्नीज बुक आफ वर्ल्ड रिकॉर्डज व लिमका बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराने वाला कलाकार अकाश मलकाणा प्रशासन,पंजाब सरकार व एसजीपीसी से हताश है। इसके चलते अब उनका मन अब कला पर समय व ध्यान लगाने को नहीं करता। उनकी कला कृतियों की न तो प्रशासन व सरकार ने ही कद्र पाई और न ही उनके द्वारा बनाए गए माडल को आनंदपुर साहिब में ही सुशोभित किया गया।

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अमृतसर श्री दरबार साहिब का 400 साल पुराने समय का माडल बनाया।

बठिंडा जिले के गांव मलकाणा के आकाश मलकाणा ने 2018 में पेंसिल में रेलवे का ईंजन बनाया तो उनका नाम लिमका बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हुआ। इसके बाद उन्होंने श्री दरबार साहिब, श्री अमृतसर साहिब का 400 साल पुराने समय का माडल बनाया ताकि इसको विरासत ए खालसा श्री आनंदपुर साहिब में सजाया जा सके। इस कला कृति पर अकाश मलकाणा का नाम गिन्नीज बुक ऑफ रिकॉर्डज में दर्ज किया गया।

सिद्धू मूसेवाले की कोठी का बनाया माडल।

महज 15 साल की आयु में गिन्नीज बुक में नाम दर्ज कराने पर भी न तो पंजाब सरकार ने ही उनको सम्मानित किया और न ही जिला प्रशासन ने ही। हालांकि उनके द्वारा इस अवार्ड के लिए अप्लाई भी किया गया था। लेकिन प्रशासन ने उनको सम्मानित करना जरूरी नहीं समझा जबकि अपने स्टाफ को तनदेही से डयुटी निभाने के लिए ही सम्मानित कर दिया जाता है जोकि उनकी ड्यूटी ही होती है, उन्होंने करनी ही होती है।

सिद्धू मूसे वाला की हवेली का भी बनाया माडल

आकाश मलकाणा ने गायक सिद्धू मूसेवाला की हवेली का भी माडल बनाया है। लकड़ी से बनाए गए इस मॉडल को आकाश ने ढाई महीनों में बनाया है। वह अपने इस माडल को सिद्धू मूसे वाला को भेंट करना चाहता था। लेकिन जब उनसे संपर्क करने की कोशिश की तो उनको निराशा का सामना करना पड़ा। उन्होंने जब सिद्धू को फोन किया तो आगे से बोलने वाले व्यक्ति ने खुद को सिद्धू का कजन बताया और अप्शब्दों का इस्तेमाल किया।

लिखित में दरखास्त देने के बाद करेंगे विचार-धामी

वह कलाकार हमें लिखित रूप में इसके बारे में भेज सकता है। इस उस पर हमारी कमेटी में विचार करेंगे। कमेटी के फैसले के बाद उसको विरासत ए खालसा में स्थान दिया जा सकेगा।

-हरजिंदर सिंह धामी, प्रधान, एसजीपीसी।

कलाकार को निराश नहीं करेंगे- चमकौर सिंह

अभी सिद्धू मूसे वाला की तबियत खराब चल रही है। एक दो दिन में वह ठीक हो जाएंगे तो उक्त कलाकार को मिलवा दिया जाएगा। अगर उसने इतनी मेहनत से माडल बनाया है तो उनको निराश नहीं करेंगे।

-चमकौर सिंह, सिद्धू मूसे वाला के ताया।


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