कपूरथला में बसपा की टिकट पर लड़ेगे अकाली दल के जिला प्रधान रहे दविंदर ढपई, शिअद छोड़ते ही प्रत्याशी घोषित
Punjab Assembly Polls 2022 अकाली दल के जिला प्रधान देहाती रहे दविंदर सिंह ढपई ने अकाली दल छोड़ कर बसपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है। इसके बाद उन्हें अब बसपा की तरफ से कपूरथला से उम्मीदवार घोषित कर दिया गया है।
हरनेक सिंह जैनपुरी, कपूरथला। अकाली दल बादल और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) गठबंधन के बीच कपूरथला में अनोखा मामला सामने आया है। शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल की तरफ से विधानसभा क्षेत्र कपूरथला की सीट बहुजन समाज पार्टी के लिए छोड़ने के बाद वीरवार को अकाली दल के जिला प्रधान देहाती दविंदर सिंह ढपई को प्रत्याशी घोषित कर दिया गया। दरअसल, ढपई ने अकाली दल छोड़ कर बसपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है। इसके बाद उन्हें अब बसपा की तरफ से कपूरथला से उम्मीदवार घोषित कर दिया गया है।
दविंदर सिंह ढपई लंबे समय से अकाली दल के साथ जुड़े रहे हैं। कुछ समय के लिए वह मनप्रीत बादल की अगुआई वाली पंजाब पीपुल्स पार्टी में चले गए थे लेकिन फिर जल्द ही उन्होंने अकाली दल में वापसी कर ली थी। ढपई लंबे समय से अकाली दल में टिकट की दावेदारी जता रहे थे लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिल सकी। इस बार ढपई को अकाली दल से टिकट मिलने की उम्मीद थी लेकिन सुखबीर सिंह बादल ने बसपा के साथ हुए चुनावी समझोते में कपूरथला विधानसभा हलका बसपा को दे दिया। इस वजह से अकाली दल से टिकट की दावेदारी जताने वाले को निराशा हाथ लगी। बसपा की तरफ से कोई मजबूत उम्मीदवार सामने न आने पर दविंदर सिंह ढपई ने बहुजन समाज पार्टी में शामिल होने का फैसला किया।
मंत्री राणा गुरजीत के लिए बढ़ेगी चुनौती
इधर, वीरवार को वह अकाली दल छोड़कर बसपा में शामिल हुए तो उन्हें कपूरथला हलके से बसपा का उम्मीदवार घोषित कर दिया गया। इससे अकाली दल व बसपा दोनों हलकों में खुशी की लहर पाई जा रही है। ढपई के उम्मीदवार बनने से तकनीकि शिक्षा मंत्री राणा गुरजीत सिंह के लिए चनौती पैदा हो सकती है। राणा गुरजीत कपूरथला के मौजदा विधायक हैं।
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