राशन वितरण मामले की अकाली दल ने मांगी उच्चस्तरीय जांच, कांग्रेस नेताओं की भूमिका पर उठाए सवाल
इससे पहले वीरवार को भाजपा नेताओं ने सूर्या एन्क्लेव की एक दुकान व ऑटो में रखे सरकारी राशन को लेकर कांग्रेस विधायक राजिदर बेरी पर आरोप लगाया कि राशन उन्होंने स्टोर करवा रखा है।
जालंधर, जेएनएन। कांग्रेस विधायक राजेंद्र बेरी पर सरकारी राशन वितरण अपने हाथ में लेने के आरोपों के मामले में अकाली दल ने उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। विधायक पवन टीनू, जिला अकाली दल के प्रधान कुलवंत सिंह मनन, सीनियर नेता बलजीत सिंह बीड़ जिला महल नेम डिप्टी कमिश्नर को दिए ज्ञापन में मांग की है कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करवाई जाए और सरकारी राशन को खुद बात करने की सच्चाई सामने लाई जाए।
अकाली दल के नेताओं ने कहा कि सरकारी राशन कांग्रेसी नेता खुद बांट रहे हैं जिससे सही लोगों तक राशन नहीं पहुंच पा रहा है। उन्होंने कहा कि अब तो यह भी सामने आ गया कि यह राशन दुकानों पर मिल रहा है। विधायक पवन टीनू ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों को निजी अस्पताल में रखने के लिए पंजाब सरकार ने 1 दिन का खर्च 15000 तय किया है। यह खर्च बहुत ज्यादा है और इससे यह भी पता लग रहा है कि पंजाब सरकार अमीरों के लिए अलग व्यवस्था बना रही है और आम आदमी को सरकारी अस्पतालों में भेजा जा रहा है।
सूर्या एन्क्लेव में भाजपा नेताओं ने पकड़ा सरकारी राशन, बेरी पर स्टाक करने का आरोप
इससे पहले वीरवार को भाजपा नेताओं ने सूर्या एन्क्लेव की एक दुकान व ऑटो में रखे सरकारी राशन को लेकर कांग्रेस विधायक राजिदर बेरी पर आरोप लगाया कि राशन उन्होंने स्टोर करवा रखा है। यह गरीबों का राशन था जो उन्हें बांटने के लिए आया था, लेकिन विधायक ने अपने चहेतों को राशन देने के लिए स्टोर करवा दिया। मामले को लेकर करीब चार घंटे तक भाजपा नेता व कांग्रेसी आमने-सामने रहे।
देर शाम मौके पर पहुंचे राजिदर बेरी ने स्पष्ट किया कि राशन उन्होंने स्टोर नहीं करवाया था। मौके पर पहुंचे असिस्टेंट फूड सप्लाई अफसर अशोक कुमार ने कहा कि राशन उनके विभाग की तरफ से कल गरीबों को बांटने के लिए यहां रखवाया गया था।