Punjab Politics: श्री आनंदपुर साहिब से खालसा रोष मार्च शुरू, हरियाणा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का विरोध हुआ तेज
अकाली दल और एसजीपीसी की ओर से हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के विरोध और बंदी सिखों की रिहाई के लिए खालसा मार्च शुरू हो गया है। सबसे पहले इसकी शुरुआत श्री आनंदपुर साहिब से की गई है।
जागरण टीम, श्री आनंदपुर साहिब (रुपनगर)। हरियाणा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और बंदी सिखों की रिहाई के लिए खालसा रोष मार्च की शुरुआत हो गई है।सबसे पहले श्री आनंदपुर साहिब में तख्त श्री केसगढ़ साहिब में अरदास करने के बाद श्री अमृतसर के लिए एसजीपीसी के रोष मार्च की शुरूआत हो गई है। रोष मार्च की शुरूआत से पहले तख्त श्री केसगढ़ साहिब के जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी रघबीर सिंह ने अरदास करवाई।
इस मौके पर एसजीपीसी के प्रधान हरजिंदर सिंह धामी, अकाली दल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डा.दलजीत सिंह चीमा, प्रो.प्रेम सिंह चंदूमाजरा, भाई अमरजीत सिंह चावला, अकाली दल के जिला प्रधान गुरिंदर सिंह गोगी, रणजीत सिंह गिल, अजमेर सिंह खेड़ा, चरनजीत सिंह कालेवाल मौजूद थे।
शुक्रवार को श्री आनंदपुर साहिब से शुरुआत के बाद जालंधर के पीएपी फ्लाईओवर से गुजरता हुआ खालसा रोष मार्च।
एसजीपीसी को तोड़ने का प्रयास किया जा रहाः एड. धामी
इधर, अमृतसर में एसजीपीसी प्रधान हरजिंदर सिंह धामी की अगुवाई में तख्त श्री केशगढ़ साहिब से जत्था रवाना होकर शुक्रवार शाम को गोल्डन गेट पर पहुंचा। यहां पहुंचने पर एडवोकेट धामी ने कहा कि आरएसएस की शह पर शिरोमणि कमेटी को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे कभी भी बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि आज पूरे विश्व के सिखों में इस बात को लेकर रोष है कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को तोड़ने की कोशिश हो रही है। सिख सब कुछ बर्दाश्त कर सकते हैं लेकिन यह कदापि बर्दाश्त नहीं होगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को इस बारे सोचना चाहिए, साथ ही वह अपनी तरफ से केंद्र सरकार को चेतावनी देते हैं कि वह सिखों को बांटने की कोशिश ना करें।
धामी ने कहा कि तख्त श्री केशगढ़ साहिब से जत्था रवाना होकर नवांशहर, बंगा, फगवाड़ा, जालंधर के रास्ते होते हुए अमृतसर पहुंचा है। अब इसे श्री अकाल तख्त साहिब पर अरदास कर संपन्न किया जाएगा। उसके बाद अगली रणनीति भी तय की जाएगी। वहीं, हरियाणा कमेटी अलग बनाए जाने के मामले पर जल्द ही वकीलों के साथ सलाह करके रिव्यू पिटीशन भी डाली जाएगी।