नीट में परचम के बाद पारूल ने एम्स में भी किया टॉप
जालंधर : द ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस के दाखिले की परीक्षा का परिणाम सोमवार को घोषित हुआ। एम्स की परीक्षा में जिले के 700 विद्यार्थी बैठे थे। शिशु मॉडल स्कूल, चंडीगढ़ में 12वीं की पढ़ाई कर चुकी पारूल बेरी ने देशभर में 30वां व जिले में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
जागरण संवाददाता, जालंधर : द ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस के दाखिले की परीक्षा का परिणाम सोमवार को घोषित हुआ। एम्स की परीक्षा में जिले के 700 विद्यार्थी बैठे थे। शिशु मॉडल स्कूल, चंडीगढ़ में 12वीं की पढ़ाई कर चुकी पारूल बेरी ने देशभर में 30वां व जिले में प्रथम स्थान प्राप्त किया। पारूल ने नीट में भी देशभर में 47वां रैंक व जिले में पहला स्थान पाया था। सीजेएस पब्लिक स्कूल से पढ़ चुके एरोन गोयल ने देशभर में 203 रैंक और जिले में दूसरा स्थान प्राप्त किया। एपीजे स्कूल से 12वीं पास कर चुके वासु शर्मा ने देश में 434वां रैंक व जिले में तीसरा स्थान प्राप्त किया।
----- गाइनोकोलॉजिस्ट बनना चाहती है पारूल बेरी
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शिशु मॉडल स्कूल स्कूल, चंडीगढ़ में 12वीं की पढ़ाई कर चुकी पारूल बेरी गाइनोकोलॉजिस्ट बनना चाहती है। पिता डॉ. प्रवीण बेरी व माता डॉ. सीमा बेरी का नकोदर चौक के पास अस्पताल है। पारूल ने वर्ष 2016 एनटीएसई परीक्षा में राज्य स्तर पर टॉप किया था। इंटरनेशनल बॉयोलॉजी ओलंपियाड स्टेज-2 परीक्षा में टॉप किया था। सेंट जोसफ कान्वेंट स्कूल में दसवीं की परीक्षा में भी उसने टॉप किया। पारूल बताती है कि माता की तरह एक सफल गाइनोकोलॉजिस्ट बनना चाहती है। चंडीगढ़ के एलेन इंस्टीट्यूट से नीट की को¨चग ली थी। 12वीं मेडिकल परीक्षा के दौरान ही नीट की तैयारी करनी शुरू कर दी थी। पुस्तकें पढ़ना व म्यूजिक सुनना उसे अच्छा लगता है।
----- लॉन टेनिस में जिला स्तर पर जीते हैं ढेरों पुरस्कार
फोटो नंबर 143 - विद्यार्थी एरोन गोयल सिलवर हाइट निवासी एरोन गोयल एमबीबीएस करना चाहता है। पिता मनीष गोयल टू-व्हीलर का कारोबार करते हैं। माता प्रवीण गोयल हाउस वाइफ हैं। एरोन गोयल ने बताया कि उसने नीट में 668वां रैंक प्राप्त किया था। 10वीं की परीक्षा में 10 सीजीपीए, 12वीं मेडिकल में 95.8 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे। लॉन टेनिस खेलना उसे अच्छा लगता है। जिले स्तर पर कई पुरस्कार जीत चुका है। मेडिकल की परीक्षा के साथ-साथ ही नीट व एम्स परीक्षा की तैयारी में जुट गया है। रोजाना 7 से 8 घंटे पढ़ाई करता था।
------ एनटीएसई राज्य स्तरीय प्रतियोगिता जीत चुका है वासु
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जिले में तीसरा स्थान प्राप्त करने वाले छोटी बारादरी निवासी वासु शर्मा को बैड¨मटन खेलना अच्छा लगता है। क्विज प्रतियोगिता में वह जिले, राज्य व राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में पुरस्कार जीत चुका है। पिता प्रो. सोमनाथ शर्मा दोआबा कॉलेज के ¨हदी विभाग के एचओडी हैं। माता प्रदीप शर्मा लायलपुर खालसा कालेज फॉर वूमन में ¨हदी विभाग की एचओडी है। 10वीं में 10 सीजीपीए अंक प्राप्त किए। 12वीं मेडिकल की परीक्षा में 96 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। वह एनटीएसई स्टेट प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त कर चुका है। मेडिकल की परीक्षा के साथ-साथ नीट व एम्स की परीक्षा में जुट गया था। रोजाना 4-5 घंटे पढ़ता था। वह एमबीबीएस करना चाहता है।