ज्वेलर के बेटे की शादी का फर्जी सर्टिफिकेट बना लगवाया कनाडा का वीजा, एयरपोर्ट से लौटाया
ज्वेलर राजेश चौहान ने बताया कि ट्रैवल एजेंट ने दस्तावेजों में एक मैरिज सर्टिफिकेट लगवा दिया था जिसमें बेटे की शादी संगरूर की एक लड़की से दिखाई गई थी।
जालंधर, जेएनएन। जालंधर हाइट्स निवासी और सतकरतार नगर में अरोमा ज्वेलर शोरूम के मालिक राजेश चौहान ने एक ट्रैवल एजेंट पर बेटे को कनाडा का वीजा लगवाने के नाम पर 25 लाख रुपये ठगने का आरोप लगाया है। मामले की शिकायत पुलिस कमिश्नर तक पहुंची तो उन्होंने जांच एडीसीपी हरप्रीत सिंह बेनीपाल को सौंपी।
राजेश चौहान ने बताया कि उनका बेटा अमेरिका में रहता है। दस साल का वीजा लगा हुआ है और दो बार अमेरिका रहकर आया है। एक ट्रैवल एजेंट ने उसे कहा कि वह बेटे का कनाडा का वीजा भी लगवा देगा। उन्होंने बेटे का पासपोर्ट और 25 लाख रुपये एजेंट को दे दिए। कुछ दिन बाद उक्त एजेंट ने वीजा लगवाकर पासपोर्ट लौटा दिया। उन्होंने बेटे को कनाडा भेजा लेकिन दो दिन बाद ही बेटा लौट आया और बताया कि उक्त एजेंट ने उसके दस्तावेजों में एक मैरिज सर्टिफिकेट लगवा दिया था, जिसमें उसकी शादी संगरूर की एक लड़की से दिखाई गई थी, लेकिन उसे इसकी कोई जानकारी एजेंट ने नहीं दी।
कनाडा एयरपोर्ट पर अधिकारियों ने जब उससे शादीशुदा होने की बात पूछी तो उसने मना कर दिया जिसके बाद उसे हथकड़ी लगा दी और अगले ही दिन नई टिकट देकर डिपोर्ट कर दिया गया। बाद में पता चला कि एजेंट ने मैरिज सर्टिफिकेट पर उनके बेटे के जाली हस्ताक्षर किए गए थे। एडीसीपी हरप्रीत सिंह बेनीपाल ने बताया कि शिकायत आई है और जांच की जा रही है। जिन जिन के नाम इस केस में आ रहे हैं, उन सभी को जांच में शामिल करवाया जाएगा और बयान लिए जाएंगे। इसके बाद बनती कार्रवाई की जाएगी।
संगरूर की लड़की के परिवार से भी लिए 25 लाख रुपये
राजेश ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि उस लड़की के घर पर भी गए जिसकी शादी उनके बेटे के साथ दस्तावेजों में दिखाई गई थी। लड़की के परिजनों ने बताया कि ट्रैवल एजेंट ने उन्हें कहा था कि बेटी की शादी कनाडा में रहने वाले एक युवक से करवाकर वहां पर सेटल करवा देगा। इसके बदले में ट्रैवल एजेंट ने उनसे 25 लाख रुपये भी लिए थे और बेटी को कनाडा में भेज दिया था।
पासपोर्ट किसे दिया, पुलिस कर रही है जांच
पुलिस की जांच में अभी तक सामने आया है कि राजेश चौहान ने बेटे का पासपोर्ट किसी और को देने की बात कही है। ऐसे में जांच की जा रही है कि पासपोर्ट किसे दिया था और जिसे दिया था उसने पासपोर्ट आगे किसको दिया था। एडीसीपी हरप्रीत ङ्क्षसह बेनीपाल ने बताया कि फिलहाल ट्रैवल एजेंट को जांच तफ्तीश में शामिल करवाकर उसके बयान दर्ज करवाए जाएंगे जिसके बाद अगली जांच की जाएगी।
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें