बच्चों के निक्कू पार्क में अब सरकार, प्रशासन और नेताओं का चल रहा खेल Jalandhar News
मॉडल टाउन में आम व खास लोगों के बच्चों के लिए 35 साल पहले बनाए गए निक्कू पार्क में अब बच्चों की बजाय अंदरखाते सरकार प्रशासन व नेताओं का खेल शुरू हो गया है।
जालंधर, [मनोज त्रिपाठी]। मॉडल टाउन में आम व खास लोगों के बच्चों के लिए 35 साल पहले बनाए गए निक्कू पार्क में अब बच्चों की बजाय अंदरखाते सरकार, प्रशासन व नेताओं का खेल शुरू हो गया है। पार्क के स्थान पर पार्किंग बनाई जाएगा या कुछ और अभी तक प्रशासन इसका जवाब नहीं दे पा रहा है, लेकिन पार्क पर जिस तेजी के साथ लीज खतम होने के चंद घंटो में प्रशासन ने कब्जा लिया है उससे यही लग रहा है कि दाल में कुछ काला है।
जालंधर में 200 से ज्यादा पार्क आज भी खस्ता हालत में हैं, लेकिन प्रशासन ने एक की भी सुध नहीं ली। इस पार्क पर कब्जे को लेकर बीते 15 सालों से कवायद चल रही है। पार्किंग की समस्या का हल माडल टाउन मार्केट में दुकानदारों द्वारा किए गए कब्जे व अतिक्रमण को हटवा कर भी किया जा सकता है। साथ ही मेयर व कमिश्नर हाउस सहित निगम की कोठियों को तोड़कर भी बनाई जा सकती है 300 कारों की पार्किंग।
बीते बुधवार को प्रशासन ने पार्क की लीज खत्म होने के बाद पार्क को अपने कब्जे में लेकर सील कर दिया था। कुछ घंटों में ही प्रशासन को गलती या एहसास भी हो गया और 10 घंटे बाद पार्क को खोलने की घोषणा डीसी वरिंदर शर्मा ने कर दी। पार्क को सुबह खोल भी दिया गया। वीरवार को लोग अपने बच्चों के साथ पार्क घूमने भी आए। बच्चों ने मस्ती की, लेकिन इस पार्क में अब बच्चों की मस्ती शायद कुछ दिन ही चल पाएगी, क्योंकि पार्क के स्थान पर मल्टीस्टोरी पार्किंग बनाने की कवायद तेजी के साथ चल रही है। पार्क की देखरेख का काम 13 अधिकारियों की टीम को सौंपा गया है।
बैठक में फैसला: सोसायटी ही चलाएगी, लेकिन कमेटी के अधीन
वीरवार को हुई बैठक में अघोषित रूप से फैसला किया गया कि सोसायटी फिलहाल पहले की तरह पार्क को चलाए, लेकिन 13 सदस्यीय कमेटी के अधीन। यानी कुछ भी करना है तो कमेटी की मंजूरी के बाद। सभी मुलाजिम वैसे ही काम करते रहेंगे। निगम के ज्वाइंट कमिश्नर हरचरण सिंह ने कहा कि अंतरिम कमेटी ने सभी कामों की जानकारी ली है। मीटिंग में सोसायटी के प्रधान आत्मजीत सिंह बावा भी शामिल हुए। हरचरण सिंह ने शाम को भी निक्कू पार्क का दौरा किया। दोपहर को हुई मीटिंग में एसडीएम संजीव शर्मा, सोशल वर्कर मेजर जनरल रिटायर्ड बलविंदर सिंह, रेवेन्यू अफसर मनदीप सिंह मान, डीएफओ जशनजीत सिंह, निगम के सुपरिटेंडेंट मनदीप सिंह भी मौजूद रहे।
परिवर्तन सृष्टि का नियम है: डीसी
डीसी वरिंदर शर्मा ने कहा कि परिवर्तन सृष्टि का नियम है। 1999 से पहले इसे चिल्ड्रन वेलफेयर सोसायटी चला रही थी, उसके बाद निक्कू पार्क चिल्ड्रन वेलफेयर सोसायटी को लीज पर दिया गया। बदलाव चलता रहता है। सरकार को जानकारी दे दी गई है। सरकार के आदेश आने पर भविष्य की रुपरेखा तय होगी।
सोसायटी ने अच्छा काम किया है। अब लीज खत्म हो गई है और प्रशासन ने जिम्मेदारी संभाल ली है। प्रशासन तय करेगा कि इसे टेंडर के जरिए दिया जाए या किसी अन्य तरीके से जिम्मेवारी तय की जाए।
-सांसद चौधरी संतेाख सिंह, विधायक।
पार्किंग की समस्या है। गुरुद्वारे व मंदिर में आने वाले लोगों को पार्किंग की सुविधा नहीं मिलती है। इसलिए मौके पर मल्टीलेवल पार्किंग बनाई जानी चाहिए।
-परगट सिंह, विधायक।
सोसायटी अच्छा काम कर रही है। निक्कू पार्क शहर के लोगों के लिए बढि़या और सस्ता मनोरंजन का केंद्र हैं। आज तक कोई विवाद भी नही हुआ है। सोसायटी की लीज बढ़ा कर उन्हें दोबारा चार्ज देना ही चाहिए।
-बावा हैनरी, विधायक।
निक्कू पार्क की व्यवस्था सोसायटी को ही देनी चाहिए। यह शहर के लोगों के मनोरंजन लिए एक बड़ा केंद्र है। सस्ते रेट पर लोगों को बेहतर जगह मिल रही है। पार्किंग के लिए कुछ जमीन चाहिए जो इसमें से ली जा सकती है।
-राजिंदर बेरी, विधायक।
बच्चों व लोगों का हित नजरअंदाज न हो इसका ख्याल रखना चाहिए। शहर में ग्रीन बेल्ट पहले से ही कम है और हम पर्यावरण के प्रदूषण की मार पहले ही झेल रहे हैं।
-सुशील रिंकू, विधायक।
यह कहते हैं लोग
पोते के साथ निक्कू पार्क घूमने आए साहिब राम ने कहा पार्क खतम नहीं होना चाहिए। व्यवस्था में कोई कमी नहीं है। सफाई भी पूरी है। यहां आम आदमी आकर बिना ज्यादा खर्च के अच्छा समय बिता सकता है। बेटी के साथ आए अमनदीप ने कहा कि बच्चों के मनोरंजन के लिए यह सुरक्षित जगह है। रेट भी कम हैं और लोगों को ऐसी जगह कहीं और नहीं मिल सकती। निक्कू पार्क ऐसे ही चलता रहना चाहिए। बेटे तनिश को घुमाने आई अलका रानी ने कहा कि बच्चों व परिवार के साथ घूमने के लिए यह पाॅल्यूशन फ्री एरिया है। अच्छी तरह से मेनटेन किया है। इनवायरमेंट के लिए ऐसे सेंटर होने चाहिए। इसे खतम करना सही नहीं है।
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