पूर्व मंत्री की बेटी की शादी में नहीं बुलाने पर कार्यकर्ता व रसूखदार पहले मायूस, फिर जताई खुशी
शहर के एक पूर्व मंत्री की बेटी की शादी अाजकल चर्चा में है। समाराेह में एसएसपी देहाती नवजाेत माहल के काेराेना की चपेट में अाने से कई नेता अाैर अफसराें के चेहरे पर चिंता की लकीरें है
जालंधर, [मनीष शर्मा]। कोरोना महामारी के बीच सरकार ने इन दिनों शादी में सिर्फ 50 लोगों के ही शामिल होने की शर्त रखी है। ऐसे में बड़े नेता के घर में हो रही शादी पर हर किसी की नजर रहती है। हाल ही में पूर्व मंत्री की बेटी की शादी हुई तो उसमें भी चुनिंदा अफसर, सांसद व विधायक पहुंचे। कई कार्यकर्ता व शहर के रसूखदार मायूस थे कि हमें नहीं बुलाया।
इसी बीच जब उन्हेंं पता चला कि शादी में कोरोना पॉजीटिव आए एसएसपी नवजोत माहल भी गए थे। यही नहीं तमाम आला अफसर व नेता बिना मास्क के वहां मौजूद रहे, तो सब शुक्र मना रहे हैं कि अच्छा हुआ नहीं गए। जो वहां गए भी थे, वे शादी समारोह में उनकी पोल खुलने के बाद मुंह छिपाते फिर रहे हैं। यही नहीं उन्हेंं अब डर इस बात का भी है कि वे कहीं कोरोना की चपेट में न आ जाएं।
आरटीए दफ्तर बन गया 'सरकारी हट्टी'
कभी एजेंट तो कभी रिश्वतखोरी, यूं तो आरटीए दफ्तर अक्सर चर्चा में रहता है, मगर अब तो यह सरकारी हट्टी बन गया है। हट्टी इसलिए कि जब सेक्रेटरी आएंगे तो लोगों के काम होंगे, वरना सब ठप। असल में महानगर जालंधर में सिर्फ आरटीए सेक्रेटरी की ही तैनाती है। कोई सहायक ट्रांसपोर्ट अफसर नहीं है। अब चूंकि ज्यादातर काम ऑनलाइन हो चुका है तो अंतिम अप्रूवल आरटीए के लॉगइन से ही होती है। अगर आरटीए के सेक्रेटरी ऑन ड्यूटी हों तो क्लर्कों की मेहरबानी से आइडी चलती रहती है।
आरटीए सेक्रेटरी बैठक में गए हों या छुट्टी पर हों तो सब काम बंद हो जाता है। उनकी गैरहाजिरी में आइडी भी नहीं चलती। नतीजा, लोगों के ड्राइविंग लाइसेंस, आरसी समेत तमाम दूसरे तरह के काम नहीं हो पाते। हाल ही में आरटीए सेक्रेटरी बरजिंदर सिंह कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, इसके बाद उनके दफ्तर में सभी काम भी रुक गए हैं।
गलत पर डीसी की प्रतिक्रिया
अमूमन बड़े अफसर अक्सर मीडिया या सोशल मीडिया पर चलने वाली गलत खबरों को नजरअंदाज कर देते हैं लेकिन नए डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी का मिजाज कुछ अलग है। कुछ गलत चलने का पता चलता है तो तुरंत उसको स्पष्ट करने में समय नहीं लगा रहे। सोशल मीडिया पर खबर चलने लगी कि पूर्व मंत्री की बेटी की जिस शादी में कई बड़े अफसर शामिल हुए और कोरोना से बचाव के लिए मास्क, शारीरिक दूरी जैसी सावधानियां नहीं बरती, उसमें डीसी भी गए थे। बाकी अफसर भी उनकी बैठकों में जाने से घबराने लगे। इसका पता चलते ही डीसी ने स्पष्ट किया कि मैं उसमें शामिल नहीं हुआ। फिर किसी खबरिया चैनल पर चला कि शनिवार को भी अब लॉकडाउन रहेगा तो उन्होंने तुरंत बता दिया कि ऐसा कुछ नहीं है। कोरोना महामारी के बीच सच्चाई आम लोगों तक पहुंचाने का उनका यह अंदाज लोगों को भी भाने लगा है।
मेहनत पर फिर गया पानी
तीन महीने दिन-रात मेहनत करने वाले जालंधर रूरल पुलिस के एसएसपी नवजोत माहल कोरोना पॉजीटिव आ गए। लॉकडाउन के वक्त उन्होंने पूरी ताकत झोंक दी। जमीनी स्तर पर पुलिस कॢमयों को भी चुस्त-दुरुस्त रखा। गांव-गांव जाकर लोगों से मिले। ग्रामीण क्षेत्र में दो महीने के सख्त लॉकडाउन से कोरोना मात खाता रहा। शहर के मुकाबले हर कोई देहात पुलिस के काम की तारीफ करता रहा।
सोशल मीडिया पर उनका शुक्रिया करने का दौर चलता रहा। अब वो खुद इसकी चपेट में आ गए तो जाहिर तौर पर लोगों की सहानुभूति उनके साथ होनी चाहिए थी, पर ऐसा हो नहीं पाया। हुआ यूं कि कोरोना पॉजीटिव पता चलने के कुछ देर बाद उनकी पूर्व मंत्री अवतार हैनरी के साथ बिना मास्क पहने हाथ मिलाने की फोटो आ गई। इसके बाद सहानुभूति छोड़ लोग सवाल करने लगे कि जो दूसरों को कहते रहे, उन्हेंं खुद भी तो ऐसी सावधानी बरतनी चाहिए थी।