पंजाब में तंबाकू रोजाना लील रहा 80 लोग
अगर आप किसी भी रूप में तंबाकू का सेवन करते हैं तो यह समझें कि अपनी जिंदगी और सेहत के साथ दुश्मनी मोल ले रहे हैं।
जगदीश कुमार, जालंधर
अगर आप किसी भी रूप में तंबाकू का सेवन करते हैं तो यह समझें कि अपनी जिंदगी और सेहत के साथ दुश्मनी मोल ले रहे हैं। तंबाकू अनेक बीमारियों का प्रमुख कारण है। पंजाब की बात करें तो यहां हर रोज 75 से 80 लोग तंबाकू के सेवन करने से मौत के शिकार हो रहे हैं। वहीं देश में हर रोज 3500 लोग तंबाकू की वजह से मर रहे हैं।
तंबाकू स्मोक फ्री मुक्त पंजाब के बनाने के बावजूद राज्य सरकार तंबाकू पर पूरी तरह से लगाम लगाने में सफल नहीं हुई है। राज्य में तंबाकू पर पूरी तरह से लगाम कसने के नतीजे को लेकर राज्य सरकार खुद संशय में है। तंबाकू सेवन को लेकर लोगों में किए गए दो सरकारी सर्वे की रिपोर्ट विरोधाभासी है। पंजाब में तंबाकू को लेकर किए गए गेट्स (ग्लोबल ऑडिट तंबाकू सर्वे) के दूसरे चरण के अनुसार तंबाकू का सेवन करने वालों की संख्या में इजाफा हो रहा है। वहीं नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के चौथे चरण के अनुसार यह ग्राफ गिर रहा है। तंबाकू की लत छुड़ाने के लिए पंजाब सरकार ने राज्य में दस तंबाकू छुड़ाओ केंद्र खोले हैं, लेकिन वे भी राम भरोसे चल रहे हैं। पीजीआइ की ओर से 2017 में किए गए सर्वे में तंबाकू का इस्तेमाल करने वालों की दर 8.1 फीसद दर्ज की गई है।
पंजाब में तंबाकू सेवन को लेकर गैट्स के सर्वे
2009-10 2016-2017
तंबाकू सेवन करने वाले 11.7 13.4
स्मोकर्स 6.9 7.3
स्मोलैस 6.5 8 नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे
तंबाकू का इस्तेमाल करने वाले पुरुष
2010-11 2015-16
33.8 फीसद 19.2 फीसद
-पिछले दस साल में तंबाकू का इस्तेमाल करने वाली महिलाओं की दर 0.8 से 0.1 फीसद तक पहुंची, जो देश में सबसे कम है। राम भरोसे चल रहे तंबाकू छुड़ाओ केंद्र
राज्य में लोगों को तंबाकू से छुटकारा दिलाने के लिए दस जिलों में तंबाकू छुड़ाओ केंद्र स्थापित किए गए थे। इनमें इस साल के शुरू में सेवाएं देनी शुरू की गई। तंबाकू छुड़ाओ केंद्रों में फेफड़ों में कार्बन मोनोऑक्साइड की मात्रा व फेफड़ों की जांच के लिए उपकरण लगाने, तंबाकू छोड़ने वालों को मुफ्त दवाइयां, ¨चगम आदि मुहैया करवाने तथा काउंसलिंग के दौरान तंबाकू छोड़ने की सलाह व उसका पूरा फालोअप करने की योजना थी, लेकिन पांच माह में केवल एक बार नाममात्र बजट और दवाइयां जारी हुई। विभाग की ओर से जांच के लिए उपकरण भी नहीं खरीदे गए। शुरुआती दौर में एक-एक लाख रुपये प्रत्येक केंद्र को दिए गए थे। इसके बाद केंद्रों में केवल काउंसलिंग के सहारे ही तंबाकू छुड़वाने का काम हो रहा है। इन जिलों में हैं तंबाकू छुड़ाओ केंद्र
अमृतसर, ब¨ठडा, होशियारपुर, जालंधर, कपूरथला, लुधियाना, पटियाला, एसएएस नगर, संगरूर व श्री मुक्तसर साहिब। सभी जिलों में होंगे तंबाकू छुड़ाओ केंद्र
सेहत विभाग की डायरेक्टर डॉ. जसपाल कौर ने बताया कि तंबाकू मुक्त पंजाब के लिए राज्य के बचे 12 जिलों में भी तंबाकू छुड़ाओ केंद्र खोले जाएंगे। इसके अलावा लोगों को जागरूक करने के लिए बड़े स्तर तीन चरणों में जागरूकता मुहिम चलाई गई है, जो 31 मई को तरनतारन में विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर होने वाले राज्य स्तरीय कार्यक्रम में संपन्न होगी। तंबाकू कंट्रोल सेल की स्टेट नोडल अफसर डॉ. अरीत कौर ने बताया कि गेट्स और एनएचएफएस-4 सर्वें में अंतर सैंपल के आधार पर है। सैंपल साइज कम होने से दर बढ़ी। इसे देखते हुए स्लम इलाकों में पूरा फोकस किया जा रहा है। तंबाकू छुड़ाओ केंद्रों के उपकरण खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। दवाइयां व ¨चगम भी खरीद कर जल्द ही सप्लाई सेंटरों में भेजी जाएगी।