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लेदर कांप्लेक्स में 71 टैनरीज, बंद होने से प्रभावित होगा 250 करोड़ रुपये का कारोबार

पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के जालंधर में टैनरीज बंद करने के आदेश से चमड़ा उद्यमियों में हड़कंप मच गया है।

By Edited By: Published: Wed, 30 Oct 2019 11:18 PM (IST)Updated: Thu, 31 Oct 2019 03:39 PM (IST)
लेदर कांप्लेक्स में 71 टैनरीज, बंद होने से प्रभावित होगा 250 करोड़ रुपये का कारोबार
लेदर कांप्लेक्स में 71 टैनरीज, बंद होने से प्रभावित होगा 250 करोड़ रुपये का कारोबार

जालंधर [ कमल किशोर]। लेदर कांप्लेक्स में स्थित टैनरीज को पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा बंद करने के आदेश से जालंधर के चमड़ा उद्यमियों में हड़कंप मच गया है। हाईकोर्ट ने पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, 1974 और जल प्रदूषण निवारण और नियंत्रण अधिनियम, 1974 के नियमों का उल्लंघन करने के कारण यह आदेश दिए हैं। पर्यावरण प्रेमी पदमश्री संत सीचेवाल कई बार टैनरीज द्वारा फैलाए जाने वाले प्रदूषण की बात को सरकार के समक्ष रखते आए हैं। टैनरीज से निकलने वाला प्रदूषित पानी काला संघिया ड्रेन में पड़ रहा था।

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प्रदूषण विभाग का तर्क था कि टैनरीज फैला रही हैं प्रदूषण

टैनरीज द्वारा प्रदूषण फैलाने के मामले के चलते प्रदूषण विभाग ने पाच वर्ष पहले 50 फीसद ड्रम सील कर दिए थे। ड्रम में कच्चे चमड़े को क्रोमियम मेटल डालकर कुछ समय के लिए रखा जाता था। खोलने के बाद चमड़ा सुखाने के लिए रखा जाता था। इसके बाद टैनरीज से निकलने वाला क्रोम मेटल पानी काली बेई में गिर रहा था। काली बेई का पानी आगे सतलुज दरिया में गिर रहा था। नदी के आसपास बसे गावों के लोग कैंसर के शिकार हो रहे थे। इसी के चलते द नेशनल द ट्रिब्यूनल ने जिले की 17 टैनरीज को बंद करने का आदेश दिया था। प्रदूषण बोर्ड का तर्क था कि टैनरीज के कारण ही खतरनाक प्रदूषण फैल रहा है।

एक लाख फीट चमड़ा होता है तैयार

ड्रम सील करने से पहले टेनरीज प्रतिदिन दो लाख फीट चमड़ा तैयार करती थी। 50 प्रतिशत ड्रम सील होने के बाद एक लाख फीट चमड़ा तैयार हो रहा है। राज्य में कुल 71 टैनरीज हैं जो प्रतिवर्ष 250 करोड़ का कारोबार करती है। अगर टैनरीज बंद होती है जो लेदर गुड्स तैयार करने वाली इंडस्ट्री को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।

फैक्ट फाइल

- 300 लेदर इंडस्ट्री व 71 टेनरीज है लेदर कांप्लेक्स में

- 600 करोड़ का प्रतिवर्ष कारोबार है लेदर गुड्स का

- 250 करोड़ प्रतिवर्ष कारोबार करती हैं टैनरीज

- 450 करोड़ का कारोबार है लेदर गुड्स इंडस्ट्री का

टैनरीज को बोर्ड से मिली है प्री-ट्रीटमेंट कन्सेंट

टैनरीज को पंजाब प्रदूषण बोर्ड की ओर से प्री-ट्रीटमेंट की कन्सेंट मिली हुई है। इंडस्ट्री से पानी ट्रीट होकर प्लाट में जाता है। दूषित पानी प्राइमरी व सेकेंडरी स्तर पर ट्रीट होकर प्लाट में गिर रहा था।


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