Move to Jagran APP

गुरु तेग बहादुर नगर में कूड़ा छंटाई न करने पर 26 चालान

नगर निगम की हेल्थ ब्रांच ने मंगलवार को वार्ड 31 के गुरु तेग बहादुर नगर में गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग न देने वालों पर कार्रवाई की।

By JagranEdited By: Published: Wed, 13 Jan 2021 06:55 AM (IST)Updated: Wed, 13 Jan 2021 06:55 AM (IST)
गुरु तेग बहादुर नगर में कूड़ा छंटाई न करने पर 26 चालान
गुरु तेग बहादुर नगर में कूड़ा छंटाई न करने पर 26 चालान

जागरण संवाददाता, जालंधर : नगर निगम की हेल्थ ब्रांच ने मंगलवार को वार्ड 31 के गुरु तेग बहादुर नगर में गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग न देने वालों पर कार्रवाई की। इलाके में 106 घरों की जांच की गई जिसमें से 26 लोगों के चालान किए गए। नगर निगम के हेल्थ अफसर डा श्रीकृष्ण ने बताया कि अगले 1 हफ्ते के दौरान पूरे इलाके को कवर कर लिया जाएगा और 100 प्रतिशत सेग्रीगेशन हो जाएगी।

loksabha election banner

उन्होंने बताया कि माडल टाउन डंप पर तैनात की गई टीम सभी रैग पिकर्स से उनके इलाकों की रिपोर्ट ले रही हैं। डंप पर करीब 95 रैग पिकर्स कूड़ा फेंकते हैं। इनमें से 55 रैग पिकर्स के इलाकों में 100 प्रतिशत सेग्रीगेशन हो रही है। बाकी रैग पिकर्स के इलाके में भी 80 प्रतिशत लोग कूड़ा गीला और सूखा अलग-अलग दे रहे हैं।

डा. श्री कृष्ण ने कहा कि सभी रैग पिकर्स से यह रिपोर्ट ली जा रही है कि उनके इलाके में कितने लोग गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग नहीं दे रहे हैं। एक हफ्ते बाद इन इलाकों में दोबारा जांच की जाएगी। जो लोग एक बार चालान काटने पर भी गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग नहीं दे रहे हैं उनके खिलाफ दोबारा कार्रवाई की जाएगी और 1000-1000 रुपये जुर्माना वसूला जाएगा। माडल टाउन डंप का काम निपटाने के बाद अन्यों डंपों पर काम शुरू होगा। छंटाई से कूड़ा प्रबंधन आसान, रैग पिकर्स का भी फायदा

नगर निगम कि गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग लेने की मुहिम से कई फायदे होंगे। नगर निगम के लिए वेस्ट मैनेजमेंट आसान हो जाएगी। वरियाणा डंप पर लाखों क्यूबिक टन कूड़ा सिर्फ इसलिए ही इकट्ठा हुआ है क्योंकि यह गीला और सूखा अलग-अलग नहीं किया गया था। इसे खाद में बदलना मुश्किल हो गया और कूड़े के पहाड़ पर बन गया। अब गीले कूड़े को सीधा पिट्स में भेजा जाएगा जहां पर यह खाद में बदला जाएगा। सूखा कूड़ा रैग पिकर्स के लिए फायदे का सौदा रहेगा। पॉलीथिन, प्लास्टिक, कागज को संभालना आसान होगा और इसे बेचकर रैग पिकर्स अच्छी कमाई कर सकेंगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.