फैक्ट्री में खिलाए भांग के पकौड़े, 23 युवतियां व दो बच्चे बीमार
मकसूदां के नजदीक गांव मंड में एक फैक्ट्री के कर्मचारियों को साथी कर्मचारी ने भांग के पकौड़े खिला दिए। जिससे वहां काम करने वाली 23 युवतियों व दो बच्चों की तबियत बिगड़ गई।
जागरण संवाददाता, जालंधर : मकसूदां के नजदीक गांव मंड में एक फैक्ट्री के कर्मचारियों को साथी कर्मचारी ने भांग के पकौड़े खिला दिए। उससे वहां काम करने वाली 23 युवतियों व दो बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। उनका सिर चकारने लगा और उल्टियां होने लगी तो तुरंत सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया। मकसूदां पुलिस ने इस मामले में पकौड़े लाने वाले कर्मचारी को हिरासत में ले लिया है। सिविल अस्पताल लाई गई युवतियों व बच्चों की हालत आरंभिक उपचार के बाद खतरे से बाहर है। बताया जा रहा है कि दो कर्मचारी मिलकर यह पकौड़े लेकर आए थे।
उधर, युवतियों के साथ हुई इस घटना के बाद बदनामी के डर से परिजन चिंतित होकर अस्पताल में भटकते रहे। पुलिस के अनुसार, गांव मंड स्थित एक क्लोथिंग फैक्ट्री में दोपहर चाय का ब्रेक हुआ तो एक वर्कर डिब्बे में भरकर पकौड़े ले आया। उसने सबको यह पकौड़े खाने के लिए दिए और पूछने पर कहा कि वो वडाला रोड स्थित एक धार्मिक जगह से नए साल के उपलक्ष्य में लगे लंगर से लाया है। यह जानकर वहां तैनात कर्मचारियों ने चाय के साथ पकौड़े खा लिए। पकौड़े खाने के बाद जैसे ही एक युवती काम करने के लिए मशीन पर गई तो चक्कर खाकर नीचे गिर पड़ी। उसे चोट भी लगी। उसके बाद वहां काम कर रहे कर्मचारियों को समझ आया कि पकौड़ों में भांग मिली है। इसका पता चलते ही सभी युवतियों व दो बच्चों ने चक्कर आने की शिकायत शुरू कर दी। आनन-फानन में उन्हें तुरंत सिविल अस्पताल लाया गया।
अनजाने में खिलाए या जानबूझकर?
मामले में सवाल उठ रहे हैं कि पकौड़ों में भांग होने के बावजूद अनजाने में युवतियों को पकौड़े खिलाए गए या जानबूझकर। हालांकि पकौड़े लाने वाले कर्मचारी व उसके साथी का कहना था कि उसे इस बारे में नहीं पता लेकिन बाद में युवतियों की तबीयत बिगड़ने के बाद उसने माना कि यह धार्मिक स्थल नहीं बल्कि रास्ते में लगे लंगर से लेकर आया था। उन्होंने इसमें भांग होने की जानकारी होने से इंकार कर दिया।
कर्मचारी की मंशा की होगी जांच
इस मामले में अब मकसूदां पुलिस ने पकौड़ों में भांग या फिर दूसरी नशीली वस्तु मिली होने की जांच शुरू कर दी है। कर्मचारी की भांग के पकौड़े खिलाने के पीछे क्या मंशा थी? इसकी भी पुलिस जांच कर रही है। एसएचओ मकसूदां रमनदीप सिंह ने कहा कि अभी पूरे मामले की जांच कर रहे हैं, उसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।