यात्रियों की किल्लत तय नहीं करवा रही 20 हजार किलोमीटर
बीते एक वर्ष से कोरोना वायरस संक्रमण के चलते लगाए लाकडाउन एवं कर्फ्यू ने बस यात्रियों की संख्या में भारी कमी ला दी है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : बीते एक वर्ष से कोरोना वायरस संक्रमण के चलते लगाए लाकडाउन एवं कर्फ्यू ने बस यात्रियों की संख्या में भारी कमी ला दी है। हालात यह हो गए हैं कि पंजाब रोडवेज के डिपो रोजाना तय किए जाने वाले किलोमीटर का आधा हिस्सा भी पूरा नहीं कर पा रहे हैं। बीते वर्ष लगभग ढाई महीने तक बसों का संचालन बंद ही रखा गया था। बस संचालन जून में बमुश्किल शुरू हो पाया था। इसके बाद पड़ोसी राज्यों का संचालन धीमी रफ्तार से चला और जम्मू कश्मीर की बस सेवा तो एक वर्ष बीत जाने के बावजूद शुरू ही नहीं हो पाई। मौजूदा समय में पंजाब सरकार ने बसों में मात्र 50 फीसद यात्री ले जाने की अनुमति प्रदान की है। इंटर स्टेट बस आपरेशन बंद पड़ा है।
पंजाब रोडवेज को हो रहे नुकसान का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पंजाब रोडवेज जालंधर-एक डिपो के पास रोजाना लगभग 36000 किलोमीटर फासला तय करने के रूट उपलब्ध हैं। लेकिन मौजूदा समय में अधिकतम 17000 किलोमीटर ही तय हो पा रहे हैं।
पंजाब रोडवेज जालंधर-एक के जनरल मैनेजर नवराज बातिश ने कहा कि तमाम पड़ोसी राज्यों के लिए बस सेवा संचालित नहीं की जा रही है। ग्रामीण रूटों पर भी बस सेवा सीमित ही है और साप्ताहिक कर्फ्यू के दौरान तो यात्रियों की संख्या के मुताबिक ही बसों का संचालन किया जाता है इस वजह से तय किलोमीटर भी पूरे कवर नहीं हो पा रहे हैं।