चौकों के सुंदरीकरण में घोटाला : 11 चौक पर 20.32 करोड़ खर्च में गड़बड़ी
स्मार्ट सिटी के तहत शहर के 11 चौक के सुंदरीकरण में कथित घोटाले का एक बड़ा मामला सामने आया है। 11 चौकों पर 20.32 करोड़ के खर्च को लेकर उठ रहे सवालों पर मेयर जगदीश राजा ने जांच बैठा दी। मेयर कहा है कि वह चौकों के काम से संतुष्ट नहीं है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : स्मार्ट सिटी के तहत शहर के 11 चौक के सुंदरीकरण में कथित घोटाले का एक बड़ा मामला सामने आया है। 11 चौकों पर 20.32 करोड़ के खर्च को लेकर उठ रहे सवालों पर मेयर जगदीश राजा ने जांच बैठा दी। मेयर कहा है कि वह चौकों के काम से संतुष्ट नहीं है। यह एक ऐसा प्रोजेक्ट है जो शहर में नजर आएगा। अगर इसमें गड़बड़ी हुई तो अरबों के करवाए काम को कोई भी फायदा नहीं होगा।
मेयर ने बीएंडआर कमेटी के चेयरमैन जगदीश गग के साथ पार्षदों की एक टीम लगाई जो चौकों के काम की जांच करके रिपोर्ट देगी। जिन चौक को डेवलप किया जाना है वहां के एरिया के लोगों की राय भी ली जाएगी और एक पब्लिक कमेटी का भी गठन होगा। चूंकि यह स्मार्ट सिटी का प्रोजेक्ट है इसलिए मेयर कंपनी के सीईओ से पार्षदों की रिपोर्ट के आधार पर बात करेंगे। स्मार्ट सिटी कंपनी के सीईओ ने मेयर से मीटिग में कहा है कि उनकी टीम 11 चौकों के काम पर प्रेजेंटेशन देगी। उसमें बताया जाएगा कि क्या काम तय किया गया था और अब तक क्या किया गया है।
स्मार्ट सिटी कंपनी के सीईओ करनेश शर्मा के साथ मीटिग से पहले मेयर ने पार्षदों की टीम को निर्देश दिया है कि वह फैक्ट फाइल तैयार कर लेंगे और जो भी कमियां हैं वह हवा हवाई होने के बजाय उसका आधार बताया जाए। 11 चौक के सुंदरीकरण के प्रोजेक्ट को लेकर हाउस में भी बार-बार यह बात उठती रही है कि आखिर एक चौक में ऐसा क्या काम करवाया जा रहा है कि 2 करोड़ रुपये खर्च आ गए। इस प्रोजेक्ट के तहत सड़कों की चौड़ाई भी कम की जा रही है। ------------
इसलिए उठ रहे सवाल
सिर्फ इंटरलाकिग टाइल्स बदलने पर करोड़ों खर्च हो गए?
स्मार्ट सिटी कंपनी के मुताबिक 11 चौकों के काम में से अब तक 40 प्रतिशत काम पूरा हुआ है। असलियत यह है कि 11 में से 6 चौक में इंटरलाकिग टाइल्स ही बदली जा रही हैं। अभी तक एक भी चौक का काम पूरा नहीं हुआ। जिन चौकों से जुड़े फुटपाथों का टाइल्स लगाकर नवीनीकरण किया गया है कि वहां टाइल्स लगाने से पहले सभी तरह की तारों को अंडरग्रांउड किया जाना था लेकिन ऐसा नहीं किया गया। अभी फुटपाथों पर पोल व तारों के कारण चलना मुश्किल है।
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पब्लिक की राय से ही डेवलप होंगे चौक : मेयर
मेयर जगदीश राजा ने कहा कि चौकों का सुंदरीकरण जनता की राय से ही होगा। जिस चौक का काम शुरू करेंगे उसकी मानिटरिग ऑफिस में बैठकर करने के बजाय लोगों के बीच जाएंगे। चौक के आसपास के लोगों की एक कमेटी बनाकर काम की प्लानिग करेंगे। जहां जरूरत होगी वहां पर बदलाव भी करेंगे। यह शहर के लिए बेहद महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है और सड़क पर लोगों की सुरक्षा से जुड़ा है।
------------ बड़ा सवाल?
-एक चौक पर ऐसा क्या काम कर दिया जो सुंदरीकरण पर ही दो करोड़ रुपये खर्च आ गया? इन चौकों का होना है सुंदरीकरण - डा. बीआर आंबेडकर चौक
- गुरु अमरदास चौक
- कपूरथला चौक
- भगवान वाल्मीकि चौक (ज्योति चौक)
- श्री गुरु रविदास चौक
- एचएमवी चौक (वर्कशॉप चौक)
- पीएनबी चौक
- संविधान चौक (बीएमसी चौक)
- 120 फुटी रोड इंटरसेक्शन
- माडल टाउन इंटरसेक्शन
- दोआबा चौक
--------- इन चौक पर यह काम होना था लेकिन जो हुआ वह आपके सामने है
- सभी चौक में हाईटेक लाइटें लगनी है लेकिन अभी तक एक में भी नहीं लगी।
- सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने हें लेकिन अभी तक कहीं भी इंस्टाल नहीं हुए
- कंट्रोल रूम से मानिटरिग होनी है लेकिन ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है
- पैदल आवाजाही के लिए सड़क क्रॉस करने का प्रबंध अभी तक नहीं किया जा सका
- लैंड स्केपिग होगी, रेलिग लगेगी का काम भी पेंडिग है
------------ जहां जरूरत होगी बदलाव करेंगे : जगदीश गग
बीएंडआर कमेटी के चेयरमैन जगदीश गग ने कहा कि स्मार्ट सिटी कंपनी के सीईओ करनेश शर्मा से इस प्रोजेक्ट पर चर्चा हुई है। वह इसकी फिल्म दिखाना चाहते थे लेकिन वह मौके पर जाकर हकीकत देखेंगे। काम जहां ठीक नहीं होगा वहां जरूरत के मुताबिक बदलाव करेंगे। यह जनता के 20 करोड़ का सवाल है और पूरा हिसाब लिया जाएगा।
--------- 2 करोड़ में तो बंगला तैयार हो जाता है : मनमोहन राजू
पार्षद मनमोहन राजू ने कहा कि हर चौक पर 2 करोड़ रुपये खर्च किए जाने हैं। इतने रुपयों में तो बड़ा बंगला तैयार हो जाता है। चौक में क्या काम हो रहा है यह समझ से बाहर है। इसकी जांच जरूरी है क्योंकि जनता को जवाब भी देना है। ----------