मानवता के कल्याण के लिए विज्ञान व शोध पर काम करें विद्यार्थी
जागरण संवाददाता, जालंधर : विज्ञान व तकनीक में शोध की अनंत संभावनाएं हैं। मानवता के कल्याण के लिए विद
जागरण संवाददाता, जालंधर : विज्ञान व तकनीक में शोध की अनंत संभावनाएं हैं। मानवता के कल्याण के लिए विद्यार्थी विज्ञान व शोध पर काम करें। ये बातें डिप्टी कमिश्नर वरिंदर शर्मा ने कहीं। वे कन्या महाविद्यालय आटोनॉमस कॉलेज में मंगलवार से शुरू हुए पांच दिवसीय इंस्पायर कैंप को संबोधित कर रहे थे।
इंस्पायर कैंप का शुभारभ डीसी व¨रदर शर्मा, ¨प्रसिपल डॉ. अतिमा शर्मा, कॉलेज मैने¨जग कमेटी की वाइस प्रेसीडेंट डॉ. सुषमा चावला, आर्य शिक्षा मंडल के महासचिव आलोक सौंधी ने ज्योति प्रज्ज्वलित करके किया। कैंप में 24 स्कूलों के 205 विद्यार्थियों ने हिस्सा लेते हुए अपनी प्रतिभा दिखाई। पहले दिन विद्यार्थियों ने वैज्ञानिक खोजों की जानकारी हासिल की। टेक्निकल सेशन में विद्यार्थियों ने सेटेलाइट को अंतरिक्ष में स्थापित करने के लिए रॉकेट का प्रयोग करने की जानकारी ली।
दोपहर बाद चले टेक्निकल सेशन
टेक्नीकल सेशन में डॉ. योगेश, सीडैक, पुणे के संयुक्त निदेशक ने विद्यार्थियों को स्पेस तकनीक की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि एक सेटेलाइट को अंतरिक्ष में स्थापित करने के लिए रॉकेट उपयोग किया जाता है। उन्होंने चंद्रयान और मंगलयान मिशन के बारे में बताया। मेजर जनरल (रिटायर्ड) प्रो. जीजी द्विवेदी ने मेक इन इंडिया विषय पर विचार रखे। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को जीवन में उद्देश्य निर्धारित करना चाहिए और उसे प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए। युवाओं को अपनी स्ट्रेंथ, वीकनेस, ऑपरच्यूनिटी एंड थ्रैट का विश्लेषण करना चाहिए।
विज्ञान व तकनीक के विकास से समाज को बना सकते हैं बेहतर
फोटो:138जेपीजी
डीसी व¨रदर शर्मा ने कहा कि विज्ञान एवं तकनीक के विकास से हम सभ्यता, समाज, पर्यावरण, स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बना सकते हैं। विश्व के वैज्ञानिक विकास में भारतीयों का विशेष योगदान है, जिन्होंने अपनी रिसर्च से आज से 100 या 50 साल पहले की कल्पनाओं को हकीकत में बदल दिया है।
अनुशासन में रहकर ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं
फोटो:139जेपीजी
आर्य शिक्षा मंडल के महासचिव आलोक सोंधी ने कहा कि विद्यार्थियों को परस्पर सहयोग करना चाहिए। अनुशासन में रहकर ही ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं। समाज के कल्याण और विकास के लिए विद्यार्थियों को तत्पर तैयार रहना चाहिए। युवा पीढ़ी देश की ताकत है। युवाओं को रिसर्च पर अधिक फोकस करना चाहिए।
देश के वैज्ञानिक नई-नई रिसर्च कर रहे हैं
फोटो:141जेपीजी
डॉ. सुषमा चावला ने कहा कि विज्ञान विषयों से प्राप्त किए ज्ञान को विद्यार्थी मानव समाज के लिए बांटे। देश के वैज्ञानिक नई-नई रिसर्च कर रहे हैं। कॉलेज विद्यार्थियों को भी रिसर्च पर फोकस करना होगा।
युवाओं में अधिक होती है कल्पना शक्ति
फोटो:140जेपीजी
केएमवी की ¨प्रसिपल डॉ. अतिमा शर्मा ने कहा कि इंस्पायर कैंप युवाओं में विज्ञान एवं तकनीक के प्रति रुचि को बढ़ावा देता है, क्योंकि युवाओं में कल्पनाशक्ति अधिक होती है। युवा पीढ़ी विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में भारत को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में सक्षम है। जापान, ताइवान, चीन, जैसे देशों का उदहारण देते हुए उन्होंने कहा कि देश की आर्थिक और सामाजिक उन्नति के लिए विज्ञान और तकनीक को उन्नत बनाया जाना जरूरी है।